झारखंड के चाईबासा में नक्सलियों की साजिश नाकाम, 14 आईईडी बरामद

चाईबासा, 18 जून . झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम (चाईबासा) में सुरक्षा बलों को निशाना बनाने की माओवादी नक्सलियों की एक बड़ी साजिश नाकाम कर दी गई है. झारखंड पुलिस और अर्धसैनिक बलों के संयुक्त अभियान में जिले के टोकलो थाना क्षेत्र अंतर्गत चितपिल जंगल से 14 शक्तिशाली इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) बरामद किए गए हैं.

इसके अलावा, विस्फोटक बनाने में इस्तेमाल किया जाने वाला 52 किलोग्राम सफेद पाउडर भी जब्त किया गया है. चाईबासा के पुलिस अधीक्षक राकेश रंजन ने बुधवार को मीडिया को यह जानकारी दी.

उन्होंने बताया कि उन्हें टोकलो थाना क्षेत्र में नक्सलियों के दस्ते की सक्रियता की गुप्त सूचना मिली थी. इस पर उन्होंने चक्रधरपुर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सह सहायक पुलिस अधीक्षक शिवम प्रकाश के नेतृत्व में टीम गठित की, जिसमें पुलिस और सीआरपीएफ 60वीं बटालियन के जवान शामिल थे.

इस टीम ने 17 जून को चितपिल के जंगल में बनाए गए नक्सली डंप पर धावा बोलकर विस्फोटकों की बरामदगी कर ली. सभी विस्फोटकों को मौके पर ही बम निरोधक दस्ते की मदद से निष्क्रिय कर नष्ट किया गया.

इस मामले में टोकलो थाना कांड संख्या 15/25 के तहत बीएनएस की धाराएं 191(2)/191(3)/190/132/61(2), विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की धारा 4/5 और सीएलए एक्ट की धारा 17 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है.

झारखंड पुलिस के अनुसार, नक्सली नेता मिसिर बेसरा, अनमोल, मोछु, अनल, असीम मंडल, अजय महतो, सागेन अंगरिया, अश्विन, पिंटु लोहरा, चंदन लोहरा, अमित हांसदा उर्फ अपटन, जयकांत और रापा मुंडा अपने दस्ता सदस्यों के साथ सारंडा और कोल्हान क्षेत्र में सक्रिय हैं और विध्वंसक योजनाओं को अंजाम देने की फिराक में हैं.

इसी को देखते हुए राज्य पुलिस, कोबरा, सीआरपीएफ और झारखंड जगुआर की संयुक्त टीमें लगातार अभियान चला रही हैं. बीते 14 जून को झारखंड से सटे ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले में झारखंड और ओडिशा पुलिस के संयुक्त नक्सल विरोधी अभियान के दौरान आईईडी विस्फोट की चपेट में आकर सीआरपीएफ जवान सत्यवान कुमार सिंह शहीद हो गए थे.

एसएनसी/डीएससी