नई दिल्ली, 9 अक्टूबर . नवरात्रि के सातवें दिन, यानी बुधवार को मां कालरात्रि की पूजा की जा रही है. इस विशेष अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मां कालरात्रि को याद किया और अपनी श्रद्धा व आस्था जताई.
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर मां कालरात्रि की एक स्तुति शेयर की. उन्होंने लिखा, “नवरात्रि की महासप्तमी मां कालरात्रि के पूजन का पावन दिन है. माता की कृपा से उनके सभी भक्तों का जीवन भयमुक्त हो, यही कामना है. मां कालरात्रि की एक स्तुति आप सभी के लिए.”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस अवसर पर अपनी श्रद्धा व्यक्त करते हुए लिखा, “एकवेणी जपाकर्णपूरा नग्ना खरास्थिता. लम्बोष्ठी कर्णिकाकर्णी तैलाभ्यक्तशरीरिणी॥ वामपादोल्लसल्लोहलताकण्टकभूषणा. वर्धनमूर्धध्वजा कृष्णा कालरात्रिर्भयङ्करी॥ मां दुर्गा की सप्तम स्वरूप, दुष्टों की संहारक, भगवती मां कालरात्रि से प्रार्थना है कि प्रदेशवासियों एवं भक्तों को असीम शक्ति, अभयता एवं आरोग्यता का वरदान दें. जय मां कालरात्रि!”
बता दें कि महासप्तमी के दिन मां कालरात्रि की पूजा का विशेष महत्व है. उनका स्वरूप देखने में अत्यंत भयानक है; उनका रंग अंधकार की भांति काला है और केश बिखरे हुए हैं. कंठ में विद्युत की चमक वाली माला धारण करने वाली मां कालरात्रि के तीन नेत्र ब्रह्मांड की तरह विशाल हैं, जिनसे बिजली की भांति किरणें निकलती रहती हैं.
मां कालरात्रि का यह भय उत्पन्न करने वाला स्वरूप केवल पापियों का नाश करने के लिए है. वे अपने भक्तों को सदैव शुभ फल प्रदान करती हैं, इसीलिए इन्हें शुभंकरी भी कहा जाता है. दुर्गा पूजा के सप्तम दिन साधक का मन सहस्त्रार चक्र में अवस्थित होता है. भक्तों को अभय प्रदान करने वाली माता गर्दभ (गदहा) पर सवार होती हैं और चार भुजाएं धारण करती हैं.
दुष्टों के लिए माता का रूप भयंकर है, वहीं भक्तों के लिए यह कल्याणकारी है. मां की महिमा अपरंपार है, और उनके गुणों का बखान देवताओं ने भी किया है. मां का दर्शन और पूजन करने से भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
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पीएसके/