नौगाम विस्फोट: जम्मू-कश्मीर पुलिस ने शहीद इंस्पेक्टर असरार अहमद और उनकी टीम को दी श्रद्धांजलि

New Delhi, 15 नवंबर . जम्मू-कश्मीर के नौगाम Police स्टेशन में हुए विस्फोट में 9 लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए. इस दुखद हादसे पर जम्मू कश्मीर Police ने दुख जताया और शहीद इंस्पेक्टर असरार अहमद और उनकी टीम के सभी सदस्यों को श्रद्धांजलि दी है.

जम्मू-कश्मीर जोन Police ने social media प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा कि डीजीपी और जम्मू-कश्मीर Police के सभी रैंक के अधिकारी इंस्पेक्टर असरार अहमद और टीम के सभी सदस्यों को अपनी श्रद्धांजलि देते हैं, जिन्होंने नौगाम Police स्टेशन की घटना में अपने कर्तव्य का पालन करते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया. उनका साहस, समर्पण और निस्वार्थ सेवा हमारे Police बल की सर्वोच्च परंपराओं को दर्शाती है. हम शोक संतप्त परिवारों के साथ एकजुटता से खड़े हैं और ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि उन्हें शक्ति और सांत्वना प्रदान करें.

इससे पहले जम्मू-कश्मीर के उपGovernor मनोज सिन्हा ने एक्स पर लिखा कि Friday की रात को नौगाम Police स्टेशन में हुए एक आकस्मिक विस्फोट में शहीद हुए Policeकर्मियों, राजस्व अधिकारियों और एक नागरिक को पुष्पांजलि अर्पित की और अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की. राष्ट्र उनकी निस्वार्थ सेवा और कर्तव्य पथ पर उनके सर्वोच्च बलिदान का सदैव ऋणी रहेगा.

उपGovernor मनोज सिन्हा ने विस्फोट के कारणों का पता लगाने के लिए जांच के आदेश दे दिए हैं. उपGovernor ने इस घटना को लेकर ‘एक्स’ पोस्ट में लिखा, “Government दिवंगतों के परिवारों, मित्रों और प्रियजनों के साथ एकजुटता से खड़ी है. प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है. मैंने आकस्मिक विस्फोट के कारणों का पता लगाने के लिए जांच के आदेश दे दिए हैं.

डीजीपी नलिन प्रभात ने इस घटना में किसी भी तरह के ‘आतंकवादी संबंध’ को खारिज करते हुए कहा कि इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के कारणों के बारे में अन्य धारणाएं केवल ‘अनावश्यक अटकलें’ हैं. डीजीपी ने Police नियंत्रण कक्ष (पीसीआर) में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि फरीदाबाद से भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री नौगाम Police स्टेशन लाई गई और खुले स्थान पर सुरक्षित रूप से रखी गई. बरामदगी की मात्रा बहुत अधिक होने के कारण पिछले दो दिनों से विस्फोटक सामग्री के नमूने लेने की प्रक्रिया चल रही थी, ताकि नमूनों को आगे की फोरेंसिक और रासायनिक जांच के लिए भेजा जा सके.

एमएस/डीकेपी