जम्मू, 2 जनवरी . जम्मू-कश्मीर के कटरा में माता वैष्णो देवी मंदिर के आधार शिविर कटरा में रोपवे परियोजना के खिलाफ स्थानीय लोगों के विरोध के बीच भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष सतपाल शर्मा ने सत्ताधारी पार्टी नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस पार्टी पर लोगों को भड़काने का आरोप लगाया है.
उन्होंने से बात करते हुए कहा, “जम्मू के कटरा में रोपवे प्रोजेक्ट को लेकर विपक्षी पार्टियों और जम्मू कश्मीर में सत्ता में मौजूद ‘नेशनल कांफ्रेंस’ ने जिस तरह का माहौल बनाया और राजनीति की, वह समय-समय पर देखने को मिल रही है. इन पार्टियों के नेताओं ने कई बार वहां जाकर बयान दिए और माहौल को खराब करने की कोशिश की. विशेष रूप से कांग्रेस के चुनाव चिह्न पर स्थानीय विधायकी का चुनाव लड़ने वाले ने वहां का माहौल खराब करने का प्रयास किया. लेकिन एलजी साहब की दखलंदाजी के बाद, और एक टीम के साथ बैठक के बाद, अब वहां का वातावरण ऐसा बना है कि लोग चाहते हैं कि बातचीत की जाए.”
उन्होंने आगे कहा, “यह वही राजनीतिक पार्टियां हैं, जो पहले बातचीत के रास्ते को बंद करने की कोशिश कर रही थीं. कल मुझे यह जानकारी मिली कि इन्हें रोका गया, लेकिन इनके लोग फिर भी वहां पहुंचे. हमारी सरकार के डिप्टी सीएम, जो नेशनल कांफ्रेंस से संबंधित हैं, उन्होंने भी वहां जाकर माहौल को बिगाड़ने की कोशिश की. भारतीय जनता पार्टी, जो ‘पार्टी विद डिफरेंस’ है, हमेशा चाहती है कि आम जनता का भला हो और सरकार काम करे.”
उन्होंने कहा, “हम चाहते हैं कि यह सरकार काम करे, लेकिन यह सरकार काम करने की बजाय विपक्षी पार्टियों के साथ मतभेदों में उलझी हुई है. ऐसे समय में, मुझे लगता है कि एलजी साहब का कदम बहुत अच्छा था. हमारे विधायक बलदेव ने भी आम जनता की तकलीफों को ध्यान में रखते हुए, एलजी प्रशासन से इस मामले में बात की थी और यह सुनिश्चित किया कि जनता को किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े. हालांकि, अन्य राजनीतिक पार्टियों, चाहे वे सत्ता में हों या विपक्ष में, ने हमेशा वहां का माहौल खराब करने की कोशिश की. लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने हमेशा आम जनता के भले की बात की और उनकी समस्याओं को हल करने की कोशिश की.”
बता दें कि कटरा में रोपवे परियोजना के खिलाफ स्थानीय लोगों ने प्रदर्शन किया था. जिसके बाद पुलिस ने 18 लोगों को हिरासत में ले लिया था. हालांकि हिरासत में लिए गए 18 लोगों को मंगलवार की रात में रिहा करने की घोषणा कर दी गई. इसके बाद रोपवे के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों से बात करने के लिए 4 सदस्यीय समिति का गठन भी किया गया. समिति और प्रदर्शन कर रहे लोगों के बीच बातचीत के समाधान तक रोपवे का काम बंद रहेगा.
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पीएसएम/एएस