कटरा, 22 दिसंबर . जम्मू के कटरा में प्रस्तावित रोपवे को लेकर विरोध जारी है और अब नेशनल कांफ्रेंस ने भी इसे अपना समर्थन दिया है.
नेशनल कांफ्रेंस के नेताओं ने कहा है कि लोगों की रोजी-रोटी छीनकर विकास नहीं चाहिए. हम श्री माता वैष्णो देवी संघर्ष समिति कटरा को पूर्ण समर्थन देती है. रोपवे पर किए जा रहे काम को लेकर भारी विरोध का सामना करना पड़ रहा है. सिर्फ कटरा ही नहीं, बल्कि मेरा मानना है कि इस मामले में पूरा जिला शामिल है. जिले के साथ-साथ अन्य जिलों के आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के लोग, जिनकी आजीविका, व्यवसाय और दैनिक आय तीर्थयात्रा पर निर्भर है, वे भी प्रभावित होंगे. रोपवे परियोजना को लेकर संघर्ष समिति जो भी फैसला करेगी, नेशनल कांफ्रेंस की जिला टीम कदम से कदम मिलाकर चलेगी.
रोपवे परियोजना पर वैष्णो देवी संघर्ष समिति के सदस्यों का कहना है कि गठित उच्च स्तरीय समिति ने हमारे साथ विचार-विमर्श किया और हमें आश्वासन दिया गया कि इसमें शामिल सभी हितधारकों से परामर्श और बातचीत के बाद निर्णय लिया जाएगा.
उल्लेखनीय है कि रोपवे प्रोजेक्ट के विरोध में 18 दिसंबर को माता वैष्णो देवी संघर्ष समिति ने कटरा बंद का ऐलान किया था. समिति ताराकोट रोपवे परियोजना का विरोध कर रही है.
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने ताराकोट मार्ग से सांझी छत के बीच 12 किलोमीटर के मार्ग पर 250 करोड़ रुपये की लागत से यात्री रोपवे परियोजना को आगे बढ़ाने का फैसला किया था. यात्रा मार्ग के दुकानदार, पिट्ठू और पालकीवालों के साथ स्थानीय लोग इस परियोजना का विरोध कर रहे हैं. उन्हें अपनी आजीविका के नुकसान का डर है. परियोजना का विरोध कर रहे लोगों का दावा है कि रोपवे कटरा के बाजार को बायपास कर देगा, जिससे तीर्थयात्रियों के आवागमन पर निर्भर हजारों दुकानदारों पर असर पड़ सकता है. उनका मानना है कि रोपवे शुरू होने से उनकी रोजी-रोटी को खतरा हो सकता है.
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डीकेएम/