नर्मदा, 22 अक्टूबर . Prime Minister Narendra Modi के 2025 तक टीबी मुक्त India के लक्ष्य को साकार करने की दिशा में Gujarat का नर्मदा जिला तेजी से प्रगति कर रहा है. जिला टीबी अधिकारी डॉ. झंखना वसावा ने बताया कि राज्य की प्रभावी नीतियों और केंद्र Government की निक्षय मित्र योजना के कारण जिले में टीबी के मामलों में उल्लेखनीय कमी दर्ज की गई है.
डॉ. वसावा ने बताया कि कुछ वर्ष पहले जिले में टीबी का ट्रीटमेंट सक्सेस रेट 88 प्रतिशत और डेथ रेट 7 प्रतिशत था. सितंबर 2025 के अंत तक यह सफलता दर बढ़कर 93 प्रतिशत हो गई है, जबकि मृत्यु दर घटकर केवल 3 प्रतिशत रह गई है.
उन्होंने कहा, “Prime Minister मोदी के टीबी मुक्त India के सपने को साकार करने में नर्मदा जिला अग्रणी भूमिका निभा रहा है.”
वसावा ने बताया कि वर्ष 2022-23 में जिले की पांच तहसीलों में मॉलिक्यूलर टेस्टिंग मशीन लगाई गई हैं, जिनसे अब टीबी की जांच सटीक और त्वरित रूप से की जा रही है.
एक मरीज ने बताया, “पहले मेरा वजन नहीं बढ़ रहा था और मैं लगातार कमजोर हो रही थी. सिविल अस्पताल में भर्ती होने के बाद टेस्ट हुए और दवाइयां शुरू की गईं. उसके बाद मुझे खाने की किट मिली, जिससे बहुत फायदा हुआ.”
पिछले कुछ वर्षों में नर्मदा जिले में टीबी उपचार के लिए मजबूत स्वास्थ्य ढांचा विकसित किया गया है. जिले की सभी तहसीलों में जांच से लेकर उपचार तक की सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं. टीबी उन्मूलन अभियान में केंद्र Government की निक्षय मित्र योजना भी अहम भूमिका निभा रही है. इस योजना के तहत मरीजों को न सिर्फ दवाएं, बल्कि पौष्टिक आहार और उपचार के दौरान आवश्यक सहयोग भी दिया जाता है. इससे रोगियों की रिकवरी दर में उल्लेखनीय सुधार देखा गया है.
आज Gujarat, टीबी मुक्त India अभियान के तहत देश के शीर्ष प्रदर्शन करने वाले राज्यों में शामिल है. इस उपलब्धि में नर्मदा जिले सहित राज्य के सभी स्वास्थ्यकर्मियों, स्वैच्छिक संस्थाओं और Government के समन्वित प्रयासों की अहम भूमिका रही है.
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एएसएच/एबीएम