लखनऊ, 27 नवंबर . उत्तर प्रदेश के पर्यटन और संस्कृति मंत्री नरेंद्र कश्यप ने बुधवार को से खास बातचीत की. उन्होंने संभल की घटना, समाजवादी पार्टी द्वारा पुलिस पर लगाए गए आरोप और बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हो रहे अत्याचारों पर विचार व्यक्त किए.
उत्तर प्रदेश के संभल में हुई हिंसा पर उन्होंने कहा कि भारतीय लोकतंत्र में न्यायालय सर्वोच्च है. अदालत ने अगर किसी मंदिर या मस्जिद के स्थान पर सर्वे का आदेश दिया है, तो वहां के दंगाई सर्वे रोकने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसी घटनाओं का जवाब देने के लिए हमारी सरकार ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं. पुलिस और प्रशासन को यह आदेश दिया गया है कि जो लोग संभल में अमन और शांति बिगाड़ने की कोशिश करेंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. ऐसे लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा और उन्हें सलाखों के पीछे डाला जाएगा. इसके अलावा, उनके पोस्टर लगाए जाएंगे और उनकी संपत्ति कुर्क की जाएगी. हमारी सरकार इस तरह की घटनाओं को पूरी तरह से रोकने के लिए प्रतिबद्ध है.
समाजवादी पार्टी के नेताओं के उन आरोपों पर कि पुलिस दो तरह के हथियारों का इस्तेमाल करती है – एक सरकारी और दूसरा निजी, मंत्री ने कहा कि यह चोर की दाढ़ी में तिनके वाली बात हो रही है. मुझे लगता है कि संभल की घटना में दंगाई आपस में ही गोलियों से मरे हैं. समाजवादी पार्टी के लोग इस घटना में साजिश कर रहे हैं. समाजवादी पार्टी को यह याद रखना चाहिए कि योगी सरकार में पुलिस को दंगाइयों से निपटने के लिए निजी हथियारों की जरूरत नहीं है. हमारी पुलिस पूरी तरह से सक्षम है.
बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हो रहे अत्याचारों और एक हिंदू पुजारी की गिरफ्तारी पर चिंता जताते हुए उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार और हिंदू गुरुओं को जेल में बंद करना दुर्भाग्यपूर्ण है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमेशा पाकिस्तान और बांग्लादेश में रहने वाले हिंदुओं की सुरक्षा को लेकर कटिबद्ध रहे हैं. हम वहां की सरकारों से बातचीत करके उनके हितों की रक्षा करने के लिए कदम उठा रहे हैं.
मंत्री ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव 2027 में उत्तर प्रदेश में फिर से सत्ता में आएगी. इसके लिए संगठन को सशक्त करने के प्रयास जारी हैं. कश्यप ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष, मायावती और वरिष्ठ नेताओं के माध्यम से आज एक कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें पार्टी के सदस्यता अभियान को बढ़ाने और संगठन को मजबूत करने की दिशा में रणनीतियों पर चर्चा की गई.
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पीएसके/एकेजे