‘नमो ड्रोन दीदी योजना’ ने बदली ग्रामीणों की जिंदगी, ड्रोन पायलट बनकर घर चला रही महिलाएं

वाराणसी, 15 अक्टूबर . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक ‘नमो ड्रोन दीदी योजना’ ने ग्रामीण महिलाओं की जिंदगी में बहुत बड़ा बदलाव लाया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में ‘नमो ड्रोन दीदी योजना’ के तहत कुल 9 महिलाओं को ट्रेनिंग दी गई है, जिससे वह घर चला पा रही हैं.

लाभार्थी आशा देवी ने ‘नमो ड्रोन दीदी योजना’ की तारीफ की. उन्होंने से खास बातचीत में बताया कि मेरी ट्रेनिंग लगभग 15 दिन तक चली. इसके बाद मुझे ड्रोन मुहैया कराया गया. ट्रेनिंग के दौरान ड्रोन को चलाना सिखाया गया. इसके अलावा यह भी बताया गया कि इस ड्रोन की क्या खासियत है और इसे कैसे ऑपरेट करना है.

आशा देवी ने कहा, “हमारा काम ड्रोन के माध्यम से खेतों में स्प्रे करना है. ये ड्रोन एक एकड़ खेत को 10 मिनट में पूरा स्प्रे कर देता है. यह महिलाओं के लिए एक अच्छी योजना है, जिससे कई महिलाएं लाभान्वित हो रही हैं. इस काम से जुड़ने के बाद जिंदगी में भी बड़ा बदलाव आया है.“

उन्होंने पीएम मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री की वजह से आज ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाली महिलाएं आगे बढ़ रही हैं. साथ ही उन्हें अपने क्षेत्र में रहकर रोजगार भी मिल पा रहा है.

आशा देवी बताती हैं कि इस योजना का लाभ मिलने से पहले उनकी घर की स्थिति ठीक नहीं थी. लेकिन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘नमो ड्रोन दीदी योजना’ उनकी जिंदगी में एक क्रांति बनकर आई है. ‘नमो ड्रोन दीदी योजना’ के तहत 300 रुपए प्रति एकड़ मिल पाता है.

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 28 नवंबर 2023 को ‘ड्रोन दीदी योजना’ की शुरुआत की. इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाली महिलाओं को सशक्त बनाना है. आगामी चार सालों में 15 हजार से अधिक महिलाओं को इस योजना के तहत ड्रोन उपलब्ध कराया जाएगा.

एफएम/जीकेटी