टीवी इंडस्ट्री के थकाऊ वर्क कल्चर पर बोलीं नायरा बनर्जी- ‘हफ्ते में एक दिन की छुट्टी जरूरी’

Mumbai , 19 सितंबर . टीवी और फिल्म इंडस्ट्री की जानी-मानी एक्ट्रेस नायरा बनर्जी ने टीवी इंडस्ट्री के थकाऊ वर्क कल्चर पर अपने विचार साझा किए. उन्होंने बताया कि कैसे लंबे समय तक शूटिंग करने से कलाकारों की सेहत, नींद और परफॉर्मेंस पर असर पड़ता है.

से बात करते हुए नायरा बनर्जी ने कहा है कि एक्टर्स को अच्छा काम तभी मिल सकता है जब वे मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहें. हफ्ते में एक दिन की छुट्टी या कम से कम आधे दिन का ब्रेक जरूरी होना चाहिए ताकि कलाकार अपने परिवार, निजी जिंदगी और खुद के लिए समय निकाल सकें.

उन्होंने बताया कि बिना आराम के कोई भी कलाकार अपने किरदार को पूरी ऊर्जा और भावनाओं के साथ नहीं निभा सकता.

नायरा बनर्जी ने कहा, “टीवी इंडस्ट्री में 15-15 घंटे की शूटिंग आम बात है, जो बेहद थकाऊ होती है. जब भी मैं कोई नया शो साइन करती हूं, तो पहले ही यह तय कर लेती हूं कि हफ्ते में कम से कम एक दिन की छुट्टी जरूर मिले. मैं चाहती हूं कि काम और जिंदगी के बीच एक संतुलन बना रहे, ताकि ना सिर्फ मेरा प्रोफेशनल काम अच्छा हो बल्कि मेरी पर्सनल लाइफ भी ठीक चले. अगर एक्टर्स को खुद के लिए समय नहीं मिलेगा, तो नतीजे उनके काम और सेहत दोनों पर नजर आएंगे.”

जब उनसे पूछा गया कि क्या वह इस समय कोई टीवी शो करना चाहेंगी, तो उन्होंने कहा, “हां, लेकिन सिर्फ अपनी शर्तों पर. अगर रोल दमदार हो, शूटिंग की जगह पास में हो जैसे कि फिल्म सिटी, डायरेक्टर अच्छा हो, चैनल भरोसेमंद हो, और मेहनताना ठीक-ठाक हो, तो मैं शो करने के लिए तैयार हूं.”

उन्होंने कहा कि वह अब समझदारी से प्रोजेक्ट्स चुनती हैं और किसी भी तरह के दबाव में आकर काम नहीं करना चाहतीं.

अपने करियर के बारे में बात करते हुए नायरा बनर्जी ने कहा, ”मैं खुद को लकी मानती हूं क्योंकि मुझे कभी किसी एक छवि में नहीं बांधा गया. इंडस्ट्री में अक्सर एक्टर्स को टाइपकास्ट कर दिया जाता है, लेकिन मैंने टीवी, साउथ इंडियन फिल्म्स और वेब सीरीज तीनों में काम किया है. इसी वजह से मुझे कभी सिर्फ टीवी एक्ट्रेस या साउथ एक्ट्रेस नहीं कहा गया. मैंने हर मीडियम में काम करके खुद को साबित किया है.”

नायरा बनर्जी का मानना है कि आज के समय में हर प्लेटफॉर्म की अपनी खास ऑडियंस है. उन्होंने कहा, “मुझे एक्टिंग से प्यार है, और मैं हर उस काम को करना चाहती हूं जो मुझे एक कलाकार के रूप में चुनौती दे. चाहे वह वेब सीरीज हो, फिल्म हो या टीवी शो, अगर कंटेंट अच्छा है और किरदार में दम है, तो मैं जरूर उस प्रोजेक्ट को चुनूंगी. मैं चाहती हूं कि मेरा काम हर तरह के दर्शकों तक पहुंचे और हर क्षेत्र में अलग पहचान मिले.”

पीके/जीकेटी