तमिलनाडु : गार्ड अजित कुमार केस पर बवाल के बीच शिवगंगा में नाबालिग छात्रा की रहस्यमयी मौत

शिवगंगा, 1 जुलाई . तमिलनाडु में सिक्योरिटी गार्ड अजित कुमार की पुलिस हिरासत में मौत का मामला शांत नहीं पड़ा है. इसी बीच उसी जिले में एक नाबालिग छात्रा की रहस्यमयी हालात में मौत हुई है. इस घटना से माहौल तनावपूर्ण हो गया. शिवगंगा सरकारी मेडिकल कॉलेज के बाहर लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया, जहां लड़की को इलाज के लिए लाया गया था.

जानकारी के मुताबिक, विश्वनाथपुरम के मूल निवासी फ्रांसिस सेल्वाकुमार की 13 वर्षीय बड़ी बेटी निजी स्कूल में नौवीं कक्षा में पढ़ रही थी. इस स्कूल के हॉस्टल में दूरदराज के इलाकों के छात्र रहते हैं और अपनी पढ़ाई करते हैं. घटना की रात नाबालिग छात्रा का शव कथित तौर पर छात्रावास परिसर के भीतर एक पेड़ से लटका मिला. उसके माता-पिता को सुबह लगभग 4:30 बजे उसकी मौत की सूचना दी गई.

पुलिस को भी मौके पर बुलाया गया, जिसने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए शिवगंगा मेडिकल कॉलेज भेज दिया. यहां स्थिति तनावपूर्ण हो गई, क्योंकि बड़ी संख्या में रिश्तेदार अस्पताल में जमा हो गए.

नाबालिग लड़की का परिवार मौत पर संदेह जताते हुए जांच की मांग कर रहा है. पीड़ित पिता ने कहा, “बेटी को कोई परेशानी नहीं थी. मुझे नहीं पता कि उसकी मौत क्यों हुई. जब मैंने उसे आखिरी बार देखा था तो वो मुस्कुरा रही थी और खुशी से बोल रही थी. अब वो कह रहे हैं कि उसने आत्महत्या कर ली. मुझे समझ में नहीं आ रहा कि क्या हुआ. हमें उचित जांच की जरूरत है.”

ये घटना ऐसे समय सामने आई है, जब शिवगंगा में एक मंदिर के सिक्योरिटी गार्ड अजित कुमार की कथित तौर पर पुलिस हिरासत में मौत का मामला तूल पकड़ रहा है.

विपक्ष ने सवाल उठाते हुए कहा, “क्या पुलिस ने एफआईआर दर्ज की और अजित कुमार को सही तरीके से गिरफ्तार किया था? संदेह के नाम पर दर्ज चोरी के मामले में जिला एसपी को सीधे हस्तक्षेप करने की क्या जरूरत थी? अजित कुमार के शव का जल्दबाजी में पोस्टमार्टम करने और अंतिम संस्कार करने की क्या जरूरत थी?”

भाजपा की तमिलनाडु इकाई ने सवाल पूछते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “क्या तमिलनाडु मीडिया को आखिरकार यह एहसास होगा कि लोगों की वास्तविक समस्याओं और दुखों को उजागर करना उनका प्राथमिक कर्तव्य है? क्या अजित कुमार की बेरहमी से हत्या और तमिलनाडु की दुर्दशा पर चर्चा होगी?”

डीसीएच/एबीएम