अमित शाह के पवार को लेकर बयान पर एमवीए, एनसीपी ने दी कड़ी प्रतिक्रिया

मुंबई, 22 जुलाई . केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) के अध्यक्ष शरद पवार और शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे पर किए गए हमले पर विपक्षी महा विकास अघाड़ी के साथ-साथ सत्तारूढ़ सहयोगी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की ओर से तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है.

रविवार को पुणे में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की एक सभा में गृह मंत्री ने पवार और ठाकरे पर ऐसा हमला किया कि राजनीतिक हलकों में हड़कंप मच गया.

अक्टूबर 2024 के विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के अभियान की शुरुआत करते हुए अमित शाह ने शरद पवार को ‘भ्रष्टाचार का सबसे बड़ा स्रोत’ और ठाकरे को ‘औरंगजेब फैन क्लब का प्रमुख’ बताया था.

वहीं आज इस पर पलटवार करते हुए एनसीपी (शरद पवार) की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले ने कहा कि ये बयान ‘हास्यास्पद’ हैं. यह वही भाजपा सरकार है जिसने शरद पवार को पद्म विभूषण (2017) से सम्मानित किया था.

सुले ने तंज कसते हुए कहा, ”शरद पवार या उद्धव ठाकरे का नाम लिए बिना भाजपा के लिए सुर्खियां नहीं बनती. उन्हें यह नजर नहीं आ रहा कि सरकार ने उन्हें पद्म विभूषण से सम्मानित किया है.”

एसएस (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने कहा कि अमित शाह और भाजपा ने केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करते हुए अन्य सभी दलों के दागी नेताओं को स्वीकार कर लिया है, जिसके बाद वे दूसरों को भ्रष्ट कहने का अधिकार खो चुके हैं.

राउत ने हमला बोलते हुए कहा, ”अमित शाह इस बात का आदर्श उदाहरण हैं कि गृह मंत्री को क्या नहीं होना चाहिए और हमें शर्म आती है कि वे इस पद पर हैं. भाजपा अभी तक लोकसभा चुनाव में अपनी हार को पचा नहीं पाई है और वे दूसरों के खिलाफ इस तरह के बेबुनियाद बयान दे रहे हैं.”

एनसीपी (एसपी) के राष्ट्रीय प्रवक्ता क्लाइड क्रैस्टो ने कहा कि अमित शाह ने विपक्ष पर भ्रष्टाचार को संस्थागत बनाने का आरोप लगाया, मगर वास्तव में यह भाजपा ही है जिसने देश में भ्रष्टाचार को वैध बनाया है.

क्लाइड क्रैस्टो ने कहा कि सच्चाई यह है कि भाजपा ने भ्रष्टाचार को वैध बना दिया है. वे राजनीतिक नेताओं पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हैं, लेकिन एक बार जब वे भाजपा में शामिल हो जाते हैं तो उन्हें क्लीन चिट मिल जाती है. इस तरह वे भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं.

एसएस (यूबीटी) की उपनेता सुषमा अंधारे ने कहा कि शाह की टिप्पणियों से साफ पता चलता है, “भाजपा के लिए महाराष्ट्र में सबसे बड़ी चुनौती उद्धव ठाकरे हैं.

अंधारे ने कहा, ”हालांकि, हम ऐसे व्यक्ति को महत्व नहीं देते, जिसके व्यक्तित्व पर कलंक की छाप हो. वे ठाकरे-पवार का नाम लिए बिना अपना भाषण नहीं दे सकते.”

दूसरी ओर, सत्तारूढ़ महायुति की सहयोगी एनसीपी शाह की टिप्पणियों पर अलग राय रखती है.

रविवार को अजित पवार ने कहा कि पवार साहब मेरे लिए भगवान की तरह हैं, लेकिन जब उनसे उनके विचार पूछे गए तो उन्होंने ‘ कोई टिप्पणी नहीं’ कहकर जवाब दिया.

एनसीपी मंत्री धनंजय मुंडे ने अमित शाह का समर्थन करते हुए कहा कि वह बिना सच्चाई के कुछ नहीं बोलेंगे, उनकी पार्टी के पिंपरी विधायक अन्ना डी. बनसोडे ने कहा कि शाह जैसे व्यक्ति की ओर से ऐसी टिप्पणियां उचित नहीं हैं.

बनसोडे ने कहा, ”शरद पवार हमारे गुरु की तरह हैं और वह देश के सबसे बड़े नेताओं में से एक हैं, लोग उनका बहुत सम्मान करते हैं और ऐसी आलोचना बंद होनी चाहिए.”

सत्तारूढ़ एनसीपी के एक अन्य पूर्व विधायक विलास वी. लांडे ने भाजपा को एक पत्र लिखकर टिप्पणियों की निंदा की और कहा कि अपने पूरे जीवन में शरद पवार पर भ्रष्टाचार का एक भी दाग ​​नहीं लगा है.

वहीं संजय राउत ने गृह मंत्री अमित शाह द्वारा ठाकरे को औरंगजेब फैन क्लब का ‘प्रमुख’ कहे जाने पर नाराजगी जताते हुए कहा, “लेकिन हम जिन्ना क्लब का हिस्सा नहीं थे.. हम कभी पाकिस्तान में जिन्ना की कब्र पर नहीं गए, न ही वहां नवाज शरीफ का जन्मदिन मनाने गए.”

देश में राष्ट्रवादी मुसलमानों का पक्ष लेने में कुछ भी गलत नहीं है. उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में बहुत योगदान दिया है और बहुत से लोगों ने बलिदान दिया है. मगर भाजपा सिर्फ सांप्रदायिक समस्याएं ही पैदा करना चाहती है.

एमकेएस/