मसूरी थंडर्स महिला उत्तराखंड प्रीमियर लीग में बने चैंपियन

देहरादून, 22 सितंबर (आईएनएस). मसूरी थंडर्स ने शनिवार को राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए उद्घाटन संस्करण के पंतजलि महिला उत्तराखंड प्रीमियर लीग के फाइनल में नैनीताल एसजी पाइपर्स को तीन विकेट से हराकर ट्रॉफी अपने नाम की.

प्रेमा रावत को उनके शानदार ऑलराउंड प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द फाइनल चुना गया, उन्होंने बल्ले से मैच विनिंग पारी खेली और गेंद से भी महत्वपूर्ण योगदान दिया.

119 रन का पीछा करते हुए मसूरी थंडर्स की शुरुआत खराब रही, जब सलामी बल्लेबाज शगुन चौधरी सिर्फ 1 रन बनाकर आउट हो गईं. इसके बाद अंजलि गोस्वामी और नंदिनी कश्यप ने मिलकर पारी को संभाला और धीमी गति से स्कोर को आगे बढ़ाते हुए पावरप्ले के अंत तक टीम का स्कोर 28/1 तक पहुंचाया.

इसके बाद उन्होंने रन गति में तेजी लाने का प्रयास किया और 10 ओवर के बाद स्कोर को 60/1 तक पहुंचा दिया. जैसे ही यह जोड़ी सेट नजर आ रही थी, नैनीताल की गुंजन भंडारी ने शानदार ओवर में दो विकेट लेकर खेल का रुख बदल दिया. इनमें नंदिनी कश्यप का महत्वपूर्ण विकेट भी शामिल था, जिन्होंने 28 रन बनाए और निराश होकर पवेलियन लौट गईं. अगले ही ओवर में मसूरी थंडर्स को एक और बड़ा झटका लगा, जब अच्छी लय में नजर आ रहीं अंजलि गोस्वामी हिट विकेट हो गईं और 25 रन बनाकर आउट हो गईं.

जैसे-जैसे दबाव बढ़ता गया और रन रेट भी बढ़ने लगा , प्रेमा रावत ने अपनी आक्रामक बल्लेबाजी से टीम को जीत की राह पर लौटाया. उन्होंने कुछ महत्वपूर्ण बाउंड्री लगाकर आवश्यक रन रेट को कम किया. उन्होंने 14वें ओवर में लगातार दो छक्के और 16वें ओवर में एक और छक्का लगाकर अपनी आक्रामक मंशा जाहिर की और ट्रॉफी पर अपनी नजरें जमाई.

रीना जिंदल ने 11 गेंदों में 10 रन बनाए, लेकिन 17वें ओवर में आउट हो गईं. आखिरी दो ओवरों में मसूरी थंडर्स को 11 रन चाहिए थे.

मैच का रुख नैनीताल एसजी पाइपर्स के हाथ से तब निकल गया जब गुंजन भंडारी ने दूसरे अंतिम ओवर में तीन वाइड फेंकीं और एक ओवरथ्रो ने प्रेमा रावत और साक्षी जोशी को अतिरिक्त रन बनाने का मौका दिया.

अंतिम ओवर में मसूरी को जीत के लिए केवल 2 रन चाहिए थे. पहली ही गेंद पर साक्षी जोशी रन आउट हो गईं, जब उन्होंने दूसरा रन लेने की कोशिश की. लेकिन दूसरी ही गेंद पर अंकिता धामी ने विजयी रन बनाया, जबकि प्रेमा रावत 26 गेंदों में नाबाद 32 रन की शानदार पारी खेलते हुए टीम को जीत दिलाई.

पहले बल्लेबाजी करते हुए नैनीताल एसजी पाइपर्स की शुरुआत धीमी रही और पहले पांच ओवरों में उन्होंने 22/0 का स्कोर बनाया. उनकी सलामी बल्लेबाज मनीषा प्रधान को अगले ही ओवर में रन आउट कर दिया गया और उन्होंने 13 रन बनाए थे. उनकी साथी मेघा सैनी भी ज्यादा देर तक टिक नहीं पाईं और प्रेमा रावत की गेंद पर सिर्फ 15 रन (25 गेंदों में) बनाकर आउट हो गईं. 10 ओवर के बाद नैनीताल का स्कोर 41/2 था.

अगले ओवरों में नैनीताल एसजी पाइपर्स की बल्लेबाजी लड़खड़ा गई, और विकेटों का पतन जारी रहा. नंबर 3 बल्लेबाज कंचन परिहार भी 21 गेंदों में 20 रन बनाकर आउट हो गईं. बाद में कनक टपरनिया और स्वेता वर्मा ने 43 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी की, जिससे टीम को राहत मिली. हालांकि, रुद्रा शर्मा के अंतिम ओवर ने नैनीताल के लिए विनाशकारी साबित हुआ, जिसमें तीन विकेट गिरे और उनकी गति थम गई.

कनक टपरनिया ने 15 गेंदों में 29 रन बनाए और टीम को 118/8 के स्कोर तक पहुंचाया. मसूरी थंडर्स के लिए रुद्रा शर्मा सबसे सफल गेंदबाज रहीं, जिन्होंने 20 रन देकर 3 विकेट लिए.

मसूरी थंडर्स की नंदिनी कश्यप टूर्नामेंट की सबसे ज्यादा रन बनाने वाली बल्लेबाज रहीं, उन्होंने तीन मैचों में कुल 123 रन बनाए. वहीं, नैनीताल की गुंजन भंडारी ने टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा विकेट लिए, उन्होंने दो मैचों में कुल 5 विकेट चटकाए.

नंदिनी कश्यप ने शानदार प्रदर्शन करते हुए तीन पुरस्कार अपने नाम किए. उन्हें प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया, जिसमें उन्हें 25,000 रुपये का नकद पुरस्कार मिला. इसके साथ ही उन्हें बैटर ऑफ द लीग का सम्मान मिला, जिसमें उन्हें ऑरेंज कैप और 10,000 रुपये का नकद पुरस्कार दिया गया. इसके अलावा, उन्होंने इमर्जिंग प्लेयर ऑफ द लीग का खिताब भी जीता, जिसमें 10,000 रुपये का नकद पुरस्कार शामिल था. गुंजन भंडारी को बॉलर ऑफ द लीग का खिताब मिला, जिसमें उन्हें पर्पल कैप और 10,000 रुपये का नकद पुरस्कार मिला.

–आईएनएस

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