बेवजह मुस्लिम महिलाओं को टारगेट किया जाता है, किसी भी चुनाव में प्रशासन ने औरतों को अपमानित नहीं किया: कशिश वारसी

मुरादाबाद, 19 नवंबर . मुरादाबाद में भारतीय सूफी फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष कशिश वारसी ने मंगलवार को कहा है कि बेवजह मुस्लिम महिलाओं को टारगेट किया जाता है.

कशिश वारसी ने कहा कि सियासी पार्टियों की सियासी गुफ्तगू पर अफसोस होता है. बेवजह महिलाओं को टारगेट किया जा जाता है. कहीं भी किसी भी चुनाव में यह देखने में नहीं आया है कि प्रशासन ने महिलाओं को अपमानित किया हो या उनका बुर्का उतरवाया गया हो.

यदि किसी महिला का चेहरा देखना है तो महिला कांस्टेबल देखती हैं. इसके बाद उन्हें वोट डालने के लिए अंदर जाने दिया जाता है. किसी भी सियासी पार्टी द्वारा महिलाओं को टारगेट किया जाता है कि बुर्के में वोट डालने दिया जा रहा है, तो बुर्के में महिलाओं को वोट डालने दिया जाता है.

उन्होंने सवाल किया कि इस तरह की बातें करके मुसलमान को अपमानित क्यों किया जाता है. इसका बहुत अफसोस होता है. दरअसल, मुसलमान को कभी-कभी ऐसा लगता है कि जैसे कुछ सियासी लोग अपने सियासी मुद्दों से अपमानित कर रहे हैं.

कहीं भी प्रशासन ने मुस्लिम महिलाओं को अपमानित नहीं किया है और ना ही उनका बुर्का उतरवाया है. बल्कि चेहरा देखना होता है, महिला कांस्टेबल चेहरा देखती हैं और वोट डालने जाने के लिए अंदर जाने देती हैं.

बुधवार को कुंदरकी विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे. उन्होंने लोगों से जिम्मेदारी के साथ वोट डालने की अपील की है. उन्होंने कहा है कि यह एक पर्व है इसमें लोग जरूर हिस्सा लें.

बता दें कि उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों पर बुधवार को मतदान होना है. इससे पहले समाजवादी पार्टी ने चुनाव आयोग को पत्र लिखा है, जिसमें मुस्लिम महिलाओं द्वारा बुर्का /नकाब पहनकर वोट किए जाने पर पुलिस द्वारा चेकिंग किए जाने पर आपत्ति उठाई है. सपा की इस आपत्ति के बाद उत्तर प्रदेश का राजनीतिक पारा अपने चरम पर पहुंच गया.

एफजेड/