कोलकाता, 19 अप्रैल . पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा को लेकर सियासत जारी है. मुर्शिदाबाद हिंसा समेत अन्य मुद्दों को लेकर केंद्रीय मंत्री और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार के नेतृत्व में बालुरघाट में विरोध मार्च निकाला गया. इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प भी हुई.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने ममता बनर्जी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आज हमारे कार्यकर्ता शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन पुलिस ने हम पर लाठीचार्ज किया. मैं पूछना चाहता हूं कि पुलिस को किसने लाठीचार्ज करने का ऑर्डर दिया और जो भी इसका जिम्मेदार है, उसकी जवाबदेही तय होनी चाहिए. मुझे लगता है कि पुलिस का लाठीचार्ज प्री-प्लान था. कई कार्यकर्ताओं को चोटें भी आई हैं, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
भाजपा नेता अर्जुन सिंह ने मुर्शिदाबाद हिंसा को लेकर टीएमसी सरकार पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा, “हिंदुओं को अपनी रक्षा करने की जरूरत है. अगर हिंदुओं में एकता और जागरूकता आ जाए तो मुसलमान उनसे (हिंदुओं) कभी नहीं लड़ सकते. हिंदू एक ऐसी कम्युनिटी है, जिसने 800 वर्षों तक गुलामी झेलने के बाद भी भारत वर्ष में सनातन को जिंदा रखा है. अगर सनातन धर्म के लोग एक साथ रहें तो इस लड़ाई में कभी नहीं हार सकते.”
उन्होंने आगे कहा, “बंगाल में बोलने से तो राष्ट्रपति शासन नहीं लगेगा, जिस तरह से मुस्लिम अत्याचार कर रहे हैं और सरकार मिलकर साथ दे रही है, उनके खिलाफ आवाज उठानी होगी, तभी राष्ट्रपति शासन लागू होगा.”
पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “आज हम हिंदू बचाओ रैली निकाल रहे हैं. हिंदुओं को बचाना है और ममता बनर्जी को भगाना है.”
उन्होंने आगे कहा, “बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग करना राजनीतिक विषय है, लेकिन हमने मांग की है कि जहां 50 फीसदी से कम हिंदुओं की आबादी है, वहां ये लोग वोट नहीं डालने देंगे. प्रेसिडेंट रूल के तहत चुनाव होना चाहिए, सब लोगों को वोट डालने का अधिकार मिलना चाहिए.”
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