मुंबई क्राइम ब्रांच ने कानपुर से अपहृत ड्रग माफिया को छुड़ाया, 8 आरोपी गिरफ्तार

Mumbai , 16 जुलाई . Mumbai क्राइम ब्रांच की टीम ने कानपुर से अपहृत अंतर्राष्ट्रीय ड्रग माफिया को सफलतापूर्वक छुड़ाया, जिसका अपहरण Mumbai के पश्चिमी उपनगरों से कथित तौर पर ड्रग्स और पैसों से जुड़े विवाद के चलते किया गया था. इस मामले में आठ लोगों की गिरफ्तारी भी हुई है.

विभिन्न राज्यों में चलाए गए इस अभियान में अब तक 8 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जबकि अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा शकील के भाई से जुड़ा मुख्य संदिग्ध अभी भी फरार है. गिरफ्तार आरोपियों में चार लखनऊ, दो Mumbai और दो कर्जत से हैं.

पुलिस के अनुसार, Mumbai से अंतरराष्ट्रीय एमडी (मेफेड्रोन) ड्रग रैकेट चलाने के लिए कुख्यात साजिद इलेक्ट्रिकवाला का एक रियल एस्टेट एजेंट के साथ अपहरण कर लिया गया था, जो कथित तौर पर उसका सहयोगी था. दोनों का पिछले सप्ताह 7-8 लोगों के एक गिरोह ने गैंगस्टर सरवर खान के आदेश पर अपहरण किया था, जो छोटा शकील गिरोह से जुड़ा बताया जाता है. अपहृत को कई अज्ञात स्थानों पर ले जाया गया, जहां उसके साथ मारपीट की गई.

पुलिस का मानना है कि अपहरण एमडी ड्रग के पैसों को लेकर हुए विवाद के चलते किया गया था.

घटनाक्रम में, उसका सहयोगी नवी Mumbai से भागने में कामयाब रहा और उसने Mumbai क्राइम ब्रांच के वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दी. इसके बाद क्राइम ब्रांच ने ओशिवारा पुलिस स्टेशन में एक प्राथमिकी दर्ज की और जांच दल गठित किया.

पुलिस के सामने एक बड़ी चुनौती थी, क्योंकि उन्हें डर था कि अपहरणकर्ता कभी भी ड्रग माफिया की हत्या कर सकते हैं. हालांकि, कार्रवाई योग्य खुफिया जानकारी के आधार पर, क्राइम ब्रांच की टीम ने पीड़ित को उत्तर प्रदेश के कानपुर में खोज निकाला. देर रात उसे बचा लिया गया और अन्य गिरफ्तार आरोपियों के साथ Mumbai वापस लाया गया.

इस मामले में अब तक 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है और पुलिस टीम मुख्य आरोपी सरवर खान की तलाश जारी रखे हुए है. खान, छोटा शकील के भाई के लिए काम करता था और अपहरण का मास्टरमाइंड था.

पता चला है कि बचाए गए ड्रग तस्कर को पहले भी महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने 2015 में करोड़ों रुपए के एमडी ड्रग्स मामले में गिरफ्तार किया था. पुलिस ने कहा है कि सरवर खान को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा और जांच आगे बढ़ने पर और खुलासे होने की उम्मीद है.

एससीएच/एबीएम