Mumbai , 24 जुलाई . Mumbai में 2006 में ट्रेन में सिलसिलेवार हुए बम ब्लास्ट मामले में Supreme court ने बॉम्बे हाई कोर्ट के फैसले पर रोक लगाई है. Thursday को उपChief Minister एवं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता अजित पवार ने कहा कि इस मामले में कुछ बेगुनाह लोग भी फंसे थे. इसके साथ ही उन्होंने Supreme court के फैसले का स्वागत भी किया है.
उपChief Minister अजित पवार ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “Supreme court के ऑर्डर के बारे में हम ज्यादा कुछ कह नहीं सकते हैं. इस केस में कुछ बेगुनाह लोग भी फंसे थे. सरकार ने बॉम्बे हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ अपील करने का निर्णय लिया था. इस मामले में हमारे Chief Minister देवेंद्र फडणवीस ने अपनी भूमिका स्पष्ट की थी. Supreme court में इस केस के लिए अच्छे वकील देंगे और हाई कोर्ट में सुनवाई के वक्त जो कमियां रह गई उसे ढूंढेंगे. हमारा मानना है कि किसी के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए, लेकिन कोई दोषी सजा से बच नहीं पाए. हम किसी के खिलाफ नहीं हैं और न ही किसी का समर्थन करते हैं.”
मराठी भाषा विवाद को लेकर महिला सांसदों के संसद की लॉबी में भाजपा सांसद निशिकांत दुबे को घेरने वाले घटनाक्रम को लेकर अजित पवार ने कहा, “आप जिस राज्य में रहते हैं उस राज्य की भाषा का सम्मान होना चाहिए. राज्य की भाषा के बाद अगर कोई दूसरी भाषा कहीं पर बोली जाती है तो वह हिंदी है और उसके बाद इंग्लिश है. महाराष्ट्र से लेकर जम्मू-कश्मीर तक सभी को अपनी मातृभाषा पर अभिमान होना चाहिए. मराठी को अभिजात भाषा का दर्जा मिला है.”
उन्होंने कहा, “इस समय जो भाषा के नाम पर हो रहा है, वह गलत है. यहां रहने वाले जिन लोगों को मराठी नहीं आती, उन्हें विनम्रता से बोलना चाहिए कि, हमें मराठी नहीं आती है, हम सीख रहे हैं. आप अगर ऐसा बोलेंगे तो फिर गड़बड़ नहीं होगी. लेकिन कभी-कभी यह होता है कि कुछ लोग रिएक्ट कर जाते हैं और अकड़ दिखाने लगते हैं. ऐसा नहीं चलता है. आप जहां काम करते हैं, वहां के लोगों का क्या कहना है, उनकी क्या सोच है, इन सभी चीजों पर विचार करना चाहिए. सभी को खुशी-खुशी एक साथ रहना चाहिए.”
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एससीएच/जीकेटी