भोपाल, 20 फरवरी . कांग्रेस की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. मध्य प्रदेश के मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक ने बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को लेकर विवादित बयान देकर मुश्किलें और बढ़ा दी हैं. एक तरफ जहां भाजपा सनातन के अपमान का आरोप लगाते हुए कांग्रेस को घेर रही है, तो वहीं कांग्रेस के नेता बैक फुट पर हैं.
राज्य के छतरपुर जिले में बागेश्वर धाम स्थित है और इस स्थान पर आमजन से लेकर राजनीतिक दलों के नेताओं की आस्था है. इतना ही नहीं, बड़ी तादाद में विभिन्न दलों के नेता यहां पहुंचते रहते हैं. यहां आयोजित समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी हिस्सा लेने वाली हैं. पीएम मोदी आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित कैंसर अस्पताल की आधारशिला रखने वाले हैं. पीएम मोदी के आगमन को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं.
वहीं, कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष और पूर्व मंत्री मुकेश नायक ने बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को उचक्का तक कह दिया है. इस बयान के बाद भाजपा हमलावर है और इसे सनातन का सीधे तौर पर अपमान करार दिया जा रहा है. इतना ही नहीं, इस धार्मिक स्थल को लेकर श्रद्धा और आस्था रखने वाले लोगों में भी नाराजगी है, तो वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भी इस बयान से नाराज हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार सहित तमाम नेता बागेश्वर धाम में जाकर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से आशीर्वाद ले चुके हैं.
इतना ही नहीं, कमलनाथ ने तो छिंदवाड़ा में कथा का भी आयोजन किया था. कांग्रेस के लिए नायक का बयान नई मुसीबत बना है. ऐसा इसलिए क्योंकि इससे पहले कांग्रेस ने अयोध्या में रामलला की स्थापना के दौरान आयोजित समारोह से दूरी बनाई और कई नेताओं ने कटाक्ष भी किया था. इतना ही नहीं, महाकुंभ को लेकर सवाल उठाए गए और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने तो महू में डॉ. अंबेडकर की जन्मस्थली पर आयोजित समारोह में भी गंगा नदी को लेकर विवादित बयान दिया था.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री देश और दुनिया में धर्म-संस्कृति की आभा बिखेर रहे हैं. एक युवा संत धर्म के प्रति समर्पण के साथ आध्यात्मिकता की आवाज बने हुए हैं. शास्त्री को लेकर कांग्रेस नेता जिस तरह अमर्यादित भाषा का उपयोग कर रहे हैं, इस तरह की भाषा सभ्य समाज में कोई स्वीकार नहीं करता है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता हमेशा से साधु-संतों का विरोध करते रहे हैं. भगवान श्री राम के अस्तित्व को नकारने वाली कांग्रेस पार्टी और उसके नेता हमेशा से सनातन और धर्म-संस्कृति का अपमान करते रहे हैं. राहुल गांधी, दिग्विजय सिंह और ममता बनर्जी से लेकर मध्य प्रदेश कांग्रेस के नेता जीतू पटवारी समेत कांग्रेस नेता हमेशा साधु-संतों को अपमानित करने वाली भाषा बोलते हैं. कांग्रेस नेताओं की मानसिकता ही सनातन व धर्म-संस्कृति विरोधी है.
बता दें कि कांग्रेस राज्य में प्रमुख विपक्षी दल है और भाजपा को घेरने में पीछे नहीं रहती, मगर विवादित बयान पार्टी के लिए मुसीबत बनते रहते हैं. अब तो बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर को लेकर आए बयान ने बड़ी मुसीबत खड़ी कर दी है.
–
एसएनपी/एफजेड