नई दिल्ली, 12 मार्च . दरभंगा की मेयर अंजुम आरा द्वारा होली पर दिए एक बयान के बाद विवाद बढ़ता जा रहा है. देशभर में उनके बयान की निंदा की जा रही है. दरअसल, उन्होंने कहा कि जुमे की नमाज का समय आगे नहीं बढ़ सकता, इसलिए दोपहर के समय होली पर दो घंटे के लिए ब्रेक लगाया जाना चाहिए. उनके इस बयान पर कई राजनीतिक नेताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है.
भाजपा सांसद बृजलाल ने कहा, “ऐसा लगता है कि उनका मानसिक संतुलन बिगड़ गया है. जुम्मा हर सप्ताह आता है, जबकि होली साल में एक बार आती है. होली अपने तय समय पर मनाई जाएगी. अगर उन्हें रंगों से इतना डर है तो वह घर पर रहकर नमाज अदा करें. होली टल नहीं सकती है.
जेडीयू सांसद संजय कुमार झा ने कहा, “बिहार का समाज समरस है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार में लोगों ने पिछले 20 साल में देखा है कि एक दिन भी कर्फ्यू नहीं लगा. मैं समझता हूं इस तरह के बयानों से बचना चाहिए. बिहार में सभी लोग मिलजुलकर रहते हैं.
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव की सीएम नीतीश कुमार पर टिप्पणी पर संजय झा ने कहा, “मुख्यमंत्री के खिलाफ जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया जा रहा है, उससे साफ पता चलता है कि आरजेडी को पहले से ही पता है कि आगामी चुनाव का नतीजा क्या होगा. यह तेजस्वी यादव की हताशा की भाषा है.”
उत्तर प्रदेश में संभल में पुलिस द्वारा मस्जिदों को तिरपाल से ढंकने पर समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर रहमान बर्क ने कहा, “वास्तव में, मैं कहूंगा कि यह अच्छी बात है कि उन्होंने मस्जिदों को तिरपाल से ढका है, लेकिन पुलिस को ऐसा करने की क्या जरूरत थी? मैं पुलिस प्रशासन से कहूंगा कि उन्होंने होली को शांतिपूर्ण तरीके से मनाने के लिए क्या व्यवस्था की है. मैं इस पर राजनीति नहीं करूंगा. मैं चाहता हूं कि जुमे की नमाज और होली सुकून से मनाई जाए.
संभल के जामा मस्जिद पर रंगाई-पुताई करने को लेकर इलाहाबाद कोर्ट के फैसले पर सपा सांसद ने कहा कि हम कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हैं, क्योंकि हमें पुलिस और सरकार से उम्मीद नहीं थी. वक्फ संशोधन बिल को लेकर मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के बयान पर उन्होंने कहा कि हम सदन में बिल का विरोध करेंगे और जरूरत पड़ी तो सदन के बाहर भी विरोध करेंगे. यह वक्फ संशोधन बिल हम पर थोपा जा रहा है.
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डीकेएम/एकेजे