गोरखपुर के स्वर्णिम युग की शुरुआत: सांसद रवि किशन

गोरखपुर, 20 जून . पूर्वांचल की धरती पर विकास का नया अध्याय लिखते हुए, गोरखपुर को शुक्रवार को दो ऐतिहासिक सौगातें मिलीं. वंदे भारत एक्सप्रेस और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे न सिर्फ इस क्षेत्र की भौगोलिक कनेक्टिविटी को मजबूती देंगे, बल्कि औद्योगिक, आर्थिक और सामाजिक विकास की नई राह भी खोलेंगे.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नेतृत्व क्षमता व दूरदृष्टि का परिणाम हैं ये परियोजनाएं, जिन्हें लेकर क्षेत्र में उत्साह और गौरव का वातावरण है. गोरखपुर के सांसद रवि किशन शुक्ला ने इन दोनों विकास परियोजनाओं को ‘गोरखपुर के स्वर्णिम युग की शुरुआत’ बताया.

उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आज का दिन गोरखपुर के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा. वंदे भारत एक्सप्रेस से जहां आम यात्रियों को तेज, सुरक्षित और आरामदायक सफर मिलेगा, वहीं गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के माध्यम से क्षेत्र को औद्योगिक और आर्थिक प्रगति के नए रास्ते मिलेंगे. गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे की लंबाई 91.35 किलोमीटर है. यह गोरखपुर को आजमगढ़ होते हुए पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जोड़ेगा.

यह परियोजना क्षेत्र की औद्योगिक इकाइयों, लॉजिस्टिक्स और निवेश के लिए एक मजबूत आधार तैयार करेगी. रवि किशन ने इन परियोजनाओं को युवाओं, व्यापारियों और आम नागरिकों के लिए क्रांतिकारी बताया. उन्होंने कहा कि यह सब हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के ‘विकसित भारत’ और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के ‘सशक्त उत्तर प्रदेश’ के विजन का परिणाम है. आने वाला समय गोरखपुर और पूरे पूर्वांचल के लिए सुनहरे अवसरों की बौछार लेकर आने वाला है. उन्होंने कहा कि ये परियोजनाएं न केवल युवाओं के लिए रोजगार, बल्कि व्यापारियों के लिए नए बाजार और यात्रियों के लिए बेहतर सुविधाओं के नए द्वार खोलेंगी.

सांसद ने जोर देते हुए कहा कि अब गोरखपुर सिर्फ पूर्वांचल की पहचान नहीं, बल्कि पूरे उत्तर भारत के विकास का प्रवेश द्वार बन चुका है. गौरतलब है कि गोरखपुर से पटना के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस पूर्वांचल की पहली हाई-स्पीड ट्रेन होगी, जो सीवान और छपरा होते हुए बिहार की राजधानी को गोरखपुर से जोड़ेगी. यह ट्रेन दोनों राज्यों के बीच तीव्र, सुविधाजनक और आधुनिक रेल यातायात का नया मानक स्थापित करेगी.

विकेटी/डीएससी