जापान-अमेरिका सैन्य संबंधों पर अधिकांश नेटीजन चिंतित

बीजिंग, 31 जुलाई . हाल में जापान और अमेरिका ने टोक्यो में संयुक्त वक्तव्य जारी किया. इसमें पुष्टि की गई कि अमेरिकी सेना जापान में संयुक्त सैन्य कमांड की स्थापना करेगी और अमेरिकी सेना का कमांड सभी प्रकार की सेनाओं या संयुक्त टुकड़ियों के कमांड तक बढ़ेगा.

अमेरिका और जापान बड़े पैमाने पर सैन्य कार्रवाई की योजना बना पाएंगे. इस पर लोगों का ध्यान आकर्षित हुआ है. इस बारे में चाइना मीडिया ग्रुप (सीएमजी) के अधीनस्थ सीजीटीएन ने वैश्विक नेटीजनों में ऑनलाइन सर्वेक्षण किया.

इसमें शामिल 81.69 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि जापान और अमेरिका का फैसला क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए नया खतरा है. अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को इससे सतर्क रहना चाहिए. जापान की वर्तमान सरकार अमेरिका के साथ गठबंधन मजबूत करने में सक्रिय है. अमेरिका के समर्थन में जापान ने 2024 वित्तीय वर्ष में प्रतिरक्षा बजट 79 खरब 49 अरब 60 करोड़ जापानी येन तक बढ़ाया, जो इतिहास में एक नया रिकार्ड है.

सीजीटीएन के सर्वेक्षण में शामिल 90.33 प्रतिशत वैश्विक नेटीजनों का मानना है कि जापान शांतिपूर्ण संविधान का उल्लंघन करने के खतरनाक रास्ते पर बढ़ रहा है.

87.46 फीसदी उत्तरदाताओं ने कहा कि ज्यादा प्रतिरक्षा बजट नागरिक जीवन से संबंधित बजट को कम करेगा. इससे नागरिक जीवन में सुधार पर बुरा प्रभाव पड़ेगा.

वहीं, 87.75 प्रतिशत नेटीजनों का मानना है कि जापान के अमेरिका का साथी बनने से एशिया-प्रशांत की शांति और स्थिरता को नुकसान पहुंचेगा.

गौरतलब है कि सीजीटीएन ने अपने अंग्रेजी, स्पेनिश, फ्रेंच, अरबी और रूसी प्लेटफार्मों पर यह सर्वेक्षण जारी किया. 24 घंटे में 7,254 नेटिजनों ने इसमें भाग लिया.

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

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