नई दिल्ली, 7 नवंबर . हर 10 में से 3 से ज्यादा (35 प्रतिशत) भारतीय प्रॉपर्टी खरीदार लग्जरी और अल्ट्रा-लग्जरी घरों में रुचि दिखा रहे हैं. यह पिछली तिमाही के आंकड़े 18 प्रतिशत से करीब दोगुना है. यह जानकारी गुरुवार को जारी हुई एक रिपोर्ट में दी गई.
लग्जरी और अल्ट्रा-लग्जरी घरों की मांग में इजाफा होना दिखाता है कि देश में खर्चयोग्य आय में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है .
रियल एस्टेट प्लेटफॉर्म मैजिकब्रिक्स के एक सर्वे के मुताबिक, 25.5 प्रतिशत लोग एक करोड़ रुपये या उससे अधिक की प्रॉपर्टी को खरीदने में रुचि दिखा रहे हैं. वहीं, इसमें से एक बड़ी संख्या में लोगों की रुचि 3.5 करोड़ रुपये से लेकर 5 करोड़ रुपये के सेगमेंट में घर खरीदने की है.
सर्वे के मुताबिक, 45 प्रतिशत लोग 2,000 स्क्वायर फीट या उससे अधिक बड़ा घर लेने की योजना बना रहे हैं. इसकी वजह कोरोना के बाद लाइफस्टाइल का बदलना है.
56 प्रतिशत लोग 3 बीएचके या उससे अधिक बढ़ा घर खरीदना चाहते हैं.
भारत में ज्यादातर घर खरीदारों का मानना है कि अगले 12 महीनों में घरों की कीमतें 6 से 15 प्रतिशत तक बढ़ जाएगी.
मैजिकब्रिक्स की रिपोर्ट के मुताबिक, 20 लाख रुपये से 30 लाख रुपये के बीच वार्षिक घरेलू आय वाले लोग घर खरीदने के लिए सबसे मजबूत प्राथमिकता दिखा रहे हैं, जो मध्यम आय वर्ग के भीतर बढ़ती आकांक्षाओं का संकेत है. ये खरीदार मुख्य रूप से घर खरीदने के लिए 75 लाख रुपये से 1 करोड़ रुपये तक के निवेश करना चाहते हैं.
रिपोर्ट में आगे कहा गया कि 1 करोड़ रुपये से अधिक वार्षिक आय वाले परिवारों के लिए, पसंदीदा बजट आमतौर पर 3.5-5 करोड़ रुपये के बीच है. अधिक भारतीय अब “लाइफस्टाइल रेजिडेंस” का विकल्प चुन रहे हैं. रियल एस्टेट निवेश के लिए अभी भी सबसे पसंदीदा संपत्ति वर्ग बना हुआ है.
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एबीएस/