सूरत, 25 सितंबर . युवाओं के हुनर को तराशने और उन्हें बाजार की जरूरतों के मुताबिक प्रशिक्षित करने के मकसद से Gujarat के सीएम रहते हुए पीएम Narendra Modi ने वर्ष 2009 में Gujarat कौशल विकास मिशन शुरू किया था. इसके तहत पूरे राज्य में कौशल्य वर्धन केंद्र और व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्र खोले गए. मौजूद समय में Chief Minister भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में इस मिशन के अंतर्गत राज्य के शिक्षित बेरोजगार युवाओं को रोजगारपरक कौशल में प्रशिक्षित किया जा रहा है.
सूरत से प्रशिक्षार्थी नील नाई ने बताया कि वे यहां से एनिमेशन कोर्स कर रहे हैं. Government द्वारा यहां पर कोर्स कराया जा रहा है. इस कोर्स के माध्यम से वे अपना स्किल बढ़ा रहे हैं, जो उनके भविष्य के लिए बहुत अच्छा है.
Gujarat Government की यह योजना बड़ी तादाद में युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने में अहम योगदान दे रही है.
गांधीनगर के कौशल विकास निदेशक केजे राठौड़ ने बताया कि Gujarat कौशल विकास मिशन शिक्षित बेरोजगार युवाओं को नई तकनीक से प्रशिक्षण देकर शॉर्ट टर्म कोर्स चला रहा है और इन कोर्स के माध्यमों से युवाओं को अलग-अलग कंपनियों में रोजगार मुहैया कराने की दिशा में काम कर रहा है.
बता दें कि Prime Minister बनने के बाद Narendra Modi ने इस मिशन को राष्ट्रीय स्तर पर लागू किया और 15 जुलाई 2015 को विश्व युवा कौशल दिवस के अवसर पर स्किल इंडिया मिशन लॉन्च किया. उन्होंने इसे देश में नई ऊर्जा का संचार करने वाला कार्यक्रम बताते हुए युवाओं के आर्थिक सशक्तिकरण का माध्यम बताया.
पीएम मोदी ने कहा था कि अगर India Government के लिए सबसे पहले कोई प्राथमिकता है तो वह है देश के युवाओं के लिए रोजगार उपलब्ध कराना. रोजगार के योग्य युवाओं को तैयार करने के लिए एक व्यवस्था तैयार करनी है. इस मिशन के द्वारा सभी आवश्यकताओं की पूर्ति करने के लिए काम किया जा रहा है.
बीते दस वर्षों से केंद्र Government स्किल इंडिया मिशन के तहत Prime Minister कौशल विकास योजना के माध्यम से युवाओं की प्रतिभा को निखारने में जुटी है. इसके अंतर्गत करीब 40 क्षेत्रों में युवाओं को इंडस्ट्री और मार्केट की जरूरत के अनुसार ट्रेंड किया जा रहा है और उन्हें नौकरी व स्वरोजगार के अवसर प्रदान किए जा रहे हैं.
पीएम मोदी ने Gujarat के Chief Minister के तौर पर स्किल डेवलपमेंट मिशन का जो पौधा रोपा था, वो आज स्किल इंडिया मिशन के रूप में विशाल वृक्ष बन गया है. इसके माध्यम से देश में अब तक 6 करोड़ से ज्यादा युवाओं को सशक्त बनाया जा चुका है. आज ये युवा विकसित India के संकल्प को सिद्ध करने में उल्लेखनीय योगदान दे रहे हैं.
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डीकेएम/डीकेपी