महाकुंभ की वेबसाइट पर आए 183 देशों के 33 लाख से ज्यादा यूजर्स

महाकुंभ नगर, 6 जनवरी . मानवता की अमूर्त विरासत के रूप में प्रसिद्ध सनातन संस्कृति के सबसे बड़े मानव समागम महाकुंभ 2025 को लेकर सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लोगों में जिज्ञासा है. अपनी जिज्ञासा को शांत करने के लिए लोग इंटरनेट पर विभिन्न वेबसाइट्स और पोर्टल के जरिए महाकुंभ के बारे में जानकारी हासिल कर रहे हैं.

इस जिज्ञासा का सबसे बड़ा समाधान उन्हें महाकुंभ की आधिकारिक वेबसाइट https://kumbh.gov.in/ पर आकर मिल रहा है. वेबसाइट के आंकड़ों के अनुसार 4 जनवरी तक 183 देशों के 33 लाख से ज्यादा लोगों ने वेबसाइट पर आकर महाकुंभ के विषय में जानकारी हासिल की है. इन देशों में यूरोप, अमेरिका, अफ्रीका समेत सभी कांटिनेंट्स के लोग शामिल हैं.

महाकुंभ की वेबसाइट को हैंडल कर रही टेक्निकल टीम के प्रतिनिधि के अनुसार 4 जनवरी तक के डाटा के अनुसार अब तक 33 लाख 5 हजार 667 यूजर्स वेबसाइट पर आ चुके हैं. ये सभी यूजर्स भारत समेत पूरी दुनिया के 183 देशों से है. इन 183 देशों में से भी 6206 शहरों से वेबसाइट पर लोग आए हैं और उन्होंने यहां काफी समय भी बिताया है. वेबसाइट पर आने वाले टॉप-5 देशों की बात करें तो पहला नंबर निश्चित रूप से भारत का है, जबकि अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा और जर्मनी से भी लाखों लोग प्रतिदिन वेबसाइट पर आकर महाकुंभ के बारे में जानकारियां जुटा रहे हैं. टेक्निकल टीम के अनुसार वेबसाइट के शुभारंभ के बाद से बड़ी संख्या में लोग वेबसाइट पर आ रहे हैं. हालांकि, जैसे-जैसे महाकुंभ करीब आ रहा है वैसे-वैसे यूजर्स की संख्या लाखों में पहुंचती जा रही है.

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार इस महाकुंभ को डिजिटल महाकुंभ के रूप में प्रस्तुत कर रही है. श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए कई डिजिटल प्लेटफॉर्म बनाए गए हैं. इसी में एक महाकुंभ की आधिकारिक वेबसाइट भी है, जिसका शुभारंभ 6 अक्टूबर 2024 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यहां प्रयागराज में किया था. इस वेबसाइट पर श्रद्धालुओं के लिए महाकुंभ से संबंधित सभी जानकारियां उपलब्ध कराई गई हैं. इसमें कुंभ से जुड़ी परंपराओं, कुंभ की महत्ता, आध्यात्मिक गुरुओं के साथ-साथ कुंभ पर किए गए अध्ययन की विस्तृत जानकारियां दी गई हैं. यही नहीं, महाकुंभ के दौरान प्रमुख आकर्षण, प्रमुख स्नान पर्व, क्या करें-क्या नहीं और कलाकृतियों को विस्तार से बताया गया है. इसके अतिरिक्त ट्रैवल और स्टे, गैलरी, क्या नया हो रहा है समेत समूचे प्रयागराज के विषय में बताया गया है.

एसके/जीकेटी