भोपाल रेल मंडल में चेन खींचने के 3 हजार से अधिक मामले दर्ज

Bhopal , 12 अगस्त . मध्य प्रदेश की राजधानी Bhopal क्षेत्र के रेल मंडल में चेन खींचकर गाड़ियों को रोकने की बढ़ती घटनाओं पर रोक लगाने के लिए रेल प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं, और यही कारण है कि 3000 से ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं.

दरअसल, यात्रियों की सुरक्षा और आपातकालीन परिस्थितियों में त्वरित सहायता के उद्देश्य से भारतीय रेल प्रत्येक यात्री कोच में इमरजेंसी अलार्म चेन की सुविधा प्रदान करती है. यह सुविधा केवल गंभीर एवं वास्तविक आपात स्थिति में ट्रेन को रोककर यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए है. लेकिन हाल के दिनों में इस सुविधा के अनुचित उपयोग के मामले चिंताजनक रूप से बढ़ गए हैं, जिससे न केवल ट्रेनों का समयबद्ध संचालन प्रभावित हो रहा है, बल्कि अन्य यात्रियों को भी अनावश्यक असुविधा का सामना करना पड़ रहा है.

वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त डॉ. अभिषेक के निर्देशन में Bhopal मंडल के विभिन्न स्टेशनों पर रेलवे सुरक्षा बल द्वारा विशेष जागरूकता एवं चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है. इस दौरान यात्रियों को नियमों की जानकारी देने के साथ-साथ अलार्म चेन के अनुचित उपयोग पर कड़ी कार्यवाही की जा रही है. रेलवे की ओर से आधिकारिक तौर पर दी गई जानकारी के अनुसार जुलाई 2025 तक Bhopal मंडल के रानी कमलापति, Bhopal , इटारसी, हरदा, विदिशा, बीना, गुना, शिवपुरी सहित अन्य स्टेशनों और आउटर क्षेत्रों में अलार्म चेन के दुरुपयोग के कुल 3,383 मामले दर्ज किए गए हैं.

इनमें से 2,981 मामलों में रेलवे अधिनियम के तहत कानूनी कार्रवाई की जा चुकी है, जबकि शेष 402 मामलों की जांच जारी है. कई मामलों में दोषियों को जेल भी जाना पड़ा है. रेल अधिनियम की धारा 141 के अनुसार, बिना उचित कारण अलार्म चेन खींचने पर एक वर्ष तक का कारावास, 1,000 रुपये तक का जुर्माना या दोनों का प्रावधान है. रेल प्रशासन का कहना है कि चेन कोई खिलौना नहीं है; जिम्मेदारी से सफर करें. साथ ही यात्रियों से अपील है कि यात्रा के दौरान इमरजेंसी अलार्म चेन का उपयोग केवल वास्तविक आपात स्थिति में ही करें, ताकि सभी की यात्रा सुरक्षित, समयबद्ध और सुगम बनी रहे.

एसएनपी/एएस