सलेम, 29 मार्च . तमिलनाडु के सलेम जिले में वीरगनूर मवेशी बाजार में रमजान के त्योहार से पहले खूब रौनक रही. यहां 2,000 से ज्यादा भेड़ें बिकीं और कुल कारोबार 2 करोड़ रुपये से अधिक हुआ. यह बाजार 100 साल से भी ज्यादा पुराना है और तमिलनाडु के सबसे बड़े मवेशी बाजारों में से एक है. रमजान के मौके पर भेड़ों की बिक्री से व्यापारियों और पशुपालकों के चेहरे पर खुशी छा गई.
बाजार में सेमराई, थलैसेरी और नट्टिनाडु जैसी कई नस्लों की भेड़ें बिक्री के लिए लाई गईं. इनकी कीमत 3,500 रुपये से लेकर 25,000 रुपये प्रति भेड़ तक रही. अलग-अलग कीमतों की वजह से हर तरह के खरीदारों ने यहां से खरीदारी की.
रमजान से पहले भेड़ों की डिमांड बढ़ने के कारण बाजार में भीड़ रही और कारोबार उम्मीद से भी ज्यादा हुआ.
वीरगनूर मवेशी बाजार भेड़ व्यापार का बड़ा केंद्र है. यहां सलेम के अलावा नमक्कल, इरोड, कल्लकुरिची, विल्लुपुरम, तिरुचि, मदुरै, थेनी और रामनाथपुरम जैसे कई जिलों से खरीदार और विक्रेता पहुंचे. बाजार में सुबह से ही चहल-पहल शुरू हो गई थी. पशुपालक अपनी भेड़ें लेकर आए, जबकि खरीदार रमजान के लिए तैयारियाँ करने बाजार पहुंचे. इस मौके पर बाजार में सौदेबाजी और खरीद-फरोख्त का जोरदार माहौल देखने को मिला.
स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि वीरगनूर बाजार की खासियत इसकी पुरानी परंपरा और भरोसा है. यहां हर साल रमजान से पहले भेड़ों की बिक्री बढ़ती है. इस बार भी बाजार ने उम्मीदों पर खरा उतरते हुए 2 करोड़ रुपये से ज्यादा का कारोबार किया. पशुपालकों ने बताया कि अच्छी कीमत मिलने से उनकी मेहनत सफल हुई, वहीं खरीदार भी अपनी पसंद की भेड़ें ले जाकर खुश नजर आए.
बाजार में व्यवस्था बनाए रखने के लिए स्थानीय प्रशासन भी सक्रिय रहा. भीड़ को देखते हुए ट्रैफिक और सुरक्षा के इंतजाम किए गए थे. यह आयोजन न सिर्फ व्यापार के लिए, बल्कि इलाके की अर्थव्यवस्था के लिए भी अहम रहा. रमजान से पहले हुई इस बिक्री ने वीरगनूर मवेशी बाजार की अहमियत को एक बार फिर साबित कर दिया.
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एसएचके/केआर