यरूशलम, 20 सितंबर . लेबनान की तरफ से शुक्रवार दोपहर को उत्तरी इजरायल और इजरायल के कब्जे वाले गोलान हाइट्स की ओर 100 से अधिक रॉकेट दागे गए. इससे पहले इजरायल ने गुरुवार को लेबनान में हिजबुल्लाह ठिकानों पर बड़ा हमला किया था.
शुक्रवार के हमले के बाद इजरायली सेना ने क्षेत्र के नागरिकों को बम शेल्टर्स के पास रहने की सलाह दी है. समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने इजरायली मीडिया के हवाले से यह जानकारी दी.
उत्तरी गोलान क्षेत्रीय परिषद में स्थित किबुत्ज ओरताल में एक डेयरी फार्म की इमारत पर सीधा हमला हुआ. किबुत्ज ओरताल इजरायल के कब्जे वाले गोलान हाइट्स में एक इजरायली बस्ती है.
इजरायल का उत्तरी जिला सेफेद, गैलिली सागर के आस-पास के कई शहरों और इजरायली कब्जे वाले गोलान हाइट्स के ओरताल में रॉकेट हमले की चेतावनी देने वाले सायरन एक्टिव हो गए.
इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच संघर्ष गुरुवार को बढ़ गया. दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर घातक हमले किए.
इजरायली लड़ाकू विमानों ने दक्षिणी और पूर्वी लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर लगभग 60 हवाई हमले किए. लेबनानी मिलिट्री सूत्रों ने बताया कि ‘विमानों ने गुरुवार को हवा से जमीन पर मार करने वाली लगभग 150 मिसाइलें गिराईं.’
दोपहर में शुरू हुए हमले कई घंटे तक जारी रहे. इजरायली सेना ने आधी रात से ठीक पहले घोषणा की कि अभियान पूरा हो गया है.
इजरायली सेना ने दावा किया कि वायुसेना ने हिज्बुल्लाह के लगभग 1,000 बैरल वाले 100 रॉकेट लॉन्चरों को निशाना बनाया.
इजरायली सेना ने कहा कि वह हिज्बुल्लाह के बुनियादी ढांचे और क्षमताओं को ‘कमज़ोर करने के लिए अभियान जारी रखेगी.’
वहीं, लेबनानी सूत्रों ने दावा किया कि दक्षिणी लेबनान से उत्तरी इजरायल में लगभग 50 कत्युशा रॉकेट दागे गए.
यह तनाव मंगलवार और बुधवार को लेबनान में पेजर और हैंडहेल्ड रेडियो में हुए विस्फोटों की वजह से बढ़ा है.
इन धमाकों की वजह से 37 लोग मारे गए और 2,931 लोग घायल हो गए.
हिजबुल्लाह ने विस्फोटों के लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराया.
वहीं, लेबनानी विदेश मंत्रालय ने विस्फोटों को ‘खतरनाक और जानबूझकर की गई इजरायली कार्रवाई’ बताया. हालांकि, इजरायल ने धमाकों की जिम्मेदारी नहीं ली है.
धमाकों के बाद लेबनान ने बेरूत एयर पोर्ट से उड़ान भरने वाली फ्लाइट्स में वॉकी-टॉकी और पेजर ले जाने पर बैन लगा दिया.
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एमके/एबीएम