भारत टेक्स 2024 में 100 से अधिक देश भाग लेंगे

नई दिल्ली, 23 फरवरी . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 26 फरवरी को भारत टेक्स 2024 का उद्घाटन करेंगे जो देश का सबसे बड़ा वैश्विक टेक्सटाइल कार्यक्रम होगा. इसमें 100 देशों के खरीदारों और 100 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय वक्ता शामिल होंगे.

कपड़ा मंत्रालय की सचिव रचना शाह ने शुक्रवार को कहा कि यह आयोजन परंपरा और प्रौद्योगिकी का मिश्रण होगा, जो नीति निर्माताओं और वैश्विक सीईओ के अलावा 3,500 से अधिक एग्जिबिटरों, 100 से अधिक देशों के तीन हजार से अधिक खरीददारों और 50 हजार से अधिक व्यापार आगंतुकों को आकर्षित करेगा.

उन्होंने कहा, “इस कार्यक्रम को कोच, टॉमी हिलफिगर, केल्विन क्लेन, वेरो मोडा, कोट्स, टोरे, एचएंडएम, गैप, टारगेट, लेविस, कोहल्स सहित प्रमुख वैश्विक कपड़ा कंपनियों के साथ जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है, जिन्होंने अपनी उपस्थिति की पुष्टि की है.”

उन्होंने कहा कि अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, बेल्जियम, फ्रांस, स्पेन, स्वीडन, स्विट्जरलैंड, जर्मनी, नीदरलैंड और बहुपक्षीय संगठनों तथा वैश्विक कपड़ा संघों सहित प्रमुख कपड़ा केंद्रों के व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल भी भाग ले रहे हैं.

उन्होंने कहा कि चार दिवसीय कार्यक्रम राष्ट्रीय राजधानी में दो स्थानों भारत मंडपम और यशोभूमि में फैले 22 लाख वर्ग फुट से अधिक प्रदर्शनी क्षेत्र में आयोजित होगा.

रचना शाह ने कहा, “प्रधानमंत्री के 5एफ विजन से प्रेरित इस कार्यक्रम में एकीकृत फार्म टू फैशन पर फोकस होगा. यह पूरे वैल्यू चेन को कवर करेगा. यह भारत को कपड़ा क्षेत्र में एक वैश्विक शक्ति के रूप में स्थापित करने, अपनी क्षमताओं को प्रदर्शित करने और पूरे भारतीय कपड़ा पारिस्थितिकी तंत्र में गति पैदा करने में मददगार होगा.

उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम 11 कपड़ा निर्यात संवर्धन परिषदों के एक संघ द्वारा कपड़ा मंत्रालय के समर्थन से आयोजित किया जाएगा. भारत टेक्स व्यापार और निवेश के दोहरे स्तंभों पर आधारित है और स्थिरता तथा लचीली आपूर्ति श्रृंखलाओं पर व्यापक ध्यान केंद्रित किया गया है.

उन्होंने कहा, “उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, राजस्थान और कर्नाटक सहित देश के प्रमुख कपड़ा उद्योग वाले राज्य समर्पित मंडपों और सरकारी प्रतिनिधित्व के साथ कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं.”

उन्होंने कहा कि भारत टेक्स प्रदर्शनी में परिधान, घरेलू साज-सज्जा, फर्श कवरिंग, फाइबर, सूत, धागे, कपड़े, कालीन, रेशम, कपड़ा आधारित हस्तशिल्प, तकनीकी वस्त्र और बहुत कुछ शामिल हैं.

उन्होंने कहा, “इसमें देश के फैशन खुदरा बाजार के अवसरों पर ध्यान केंद्रित करने वाला एक खुदरा हाई स्ट्रीट भी होगा.”

उन्होंने कहा कि इसमें वैश्विक कपड़ा उद्योग के सामने आने वाले मुद्दों तथा चुनौतियों और भारत की ताकतों पर विचार-विमर्श करने के लिए 350 वक्ताओं के साथ एक वैश्विक स्तर का सम्मेलन भी होगा, जिसका लाभ इन मुद्दों के समाधान के लिए उठाया जा सकता है.

उन्होंने कहा कि भारत टेक्स में एक विशेष रूप से तैयार किया गया मंडप भारतीय वस्त्रों की कहानी को एक अखंड निरंतरता के रूप में बयान करता है.

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