बेगूसराय, 31 अगस्त . असम विधानसभा ने शुक्रवार की नमाज अदा करने के लिए दो घंटे के ब्रेक को समाप्त कर दिया है. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने इस फैसले का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि धर्म के आधार पर कानून नहीं चलता है.
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने इस निर्णय के लिए असम विधानसभा के अध्यक्ष को धन्यवाद दिया. भाजपा नेता ने कहा कि एक देश एक कानून के तहत विधानसभा को स्थगित न करते हुए बिना किसी रुकावट के सोमवार से शुक्रवार तक इसे चलाने का फैसला सही है. इसके लिए मैं असम विधानसभा के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा को धन्यवाद करता हूं.
उन्होंने कहा कि यह हिंदू-मुसलमान का मामला नहीं है. अखिलेश यादव हों या फिर तेजस्वी यादव, यह मामला विशुद्ध रूप से एक देश एक कानून पर आधारित है. ये लोग मुस्लिम और वोट बैंक के ठेकेदार हैं. मैं यह बात जानता हूं कि अगर तेजस्वी यादव का बिहार में और अखिलेश यादव का उत्तर प्रदेश में राज आयेगा तो ये लोग शुक्रवार को छुट्टी घोषित कर देंगे.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अगर भविष्य में राहुल गांधी, अखिलेश यादव और तेजस्वी यादव की सरकार बनेगी तो ये लोग भारत को पाकिस्तान और बांग्लादेश बना देंगे. ये लोग यही काम करना चाहते हैं. हिंदू ने कहां छुट्टी मांगी है, अगर आप शुक्रवार को छुट्टी देते हैं तो सोमवार महादेव और मंगलवार हनुमान का दिन होता है. तो फिर क्या हर दिन अलग-अलग चीज के लिए छुट्टी होनी चाहिए ? धर्म के आधार पर कानून नहीं चलता. समाज और देश, व्यवहार, एक राष्ट्र और एक कानून के तहत चलता है.
बता दें कि नियम संशोधन के बाद असम विधानसभा में अब शुक्रवार को स्थगन के प्रावधान के बिना हर दिन सुबह 9:30 बजे कार्यवाही शुरू होगी. यह निर्णय चल रहे सत्र के अंतिम दिन लिया गया.
आदेश के एक अंश में कहा गया, “असम विधानसभा के गठन के बाद से, शुक्रवार को विधानसभा की बैठक सुबह 11 बजे स्थगित कर दी जाती थी, ताकि मुस्लिम सदस्य नमाज के लिए जा सकें. मुस्लिम सदस्यों के नमाज से वापस आने के बाद विधानसभा दोपहर के भोजन के बाद अपनी कार्यवाही फिर से शुरू करती थी. अन्य सभी दिनों में, सदन धार्मिक उद्देश्यों के लिए बिना किसी स्थगन के अपनी कार्यवाही चलाता था.”
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एसएम/