उज्जैन, 20 मार्च . मध्य प्रदेश में खेतों को सिंचाई सुविधा मुहैया कराने और पीने का पानी उपलब्ध कराने के लिए बनी नर्मदा-क्षिप्रा माइक्रो बहुउद्देशीय परियोजना का मुख्यमंत्री मोहन यादव ने गुरुवार को लोकार्पण किया. इस परियोजना के चलते तराना को नर्मदा नदी का जल मिलने लगेगा.
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने 2,489 करोड़ रुपये की परियोजना का लोकार्पण करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में नदी जोड़ो अभियान के माध्यम से हर खेत तक पानी पहुंचाने का भागीरथी कार्य किया जा रहा है. यह मध्य प्रदेश के लिए गौरव की बात है कि केन-बेतवा और पार्वती-कालीसिंध-चंबल जैसी दो बहुउद्देशीय बड़ी नदी जोड़ो परियोजनाओं का श्रीगणेश हुआ है. अब नर्मदा-क्षिप्रा बहुउद्देशीय माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना से नर्मदा का जल तराना में आया है. सूखे खेतों में पानी पहुंचेगा तो सोने जैसी फसलें लहलहाएंगी.
मुख्यमंत्री ने तराना में जल संसाधन विभाग के 9.64 करोड़ रुपये की लागत के इंदौर हाई लेवल ब्रिज, पांच करोड़ 73 लाख रुपये की लागत के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तथा पांच करोड़ 21 लाख रुपये लागत की 11 नल जल परियोजनाओं का लोकार्पण किया. उन्होंने सात करोड़ 15 लाख रुपये की लागत के उप स्वास्थ्य केंद्र के नवीन भवन तथा समग्र शिक्षा अभियान के अंतर्गत ग्राम कडेरी में हाई स्कूल भवन निर्माण का भूमि-पूजन भी किया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश में तेज गति से विकास हो रहा है. भारत आज विश्व में सबसे सशक्त देश बनकर उभरा है. भारत की आज पूरी दुनिया में कीर्ति है, सम्मान है. हर क्षेत्र में हम तरक्की कर रहे हैं. रक्षा क्षेत्र में आज हमारे पास सबसे आधुनिक हथियार और उपकरण हैं. मध्य प्रदेश नदियों का मायका है, यहां 250 से अधिक नदियां हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने वर्षों से विभिन्न राज्यों के बीच चल रहे नदी विवादों को सुलझा कर नदी जोड़ो परियोजनाओं का कार्य प्रारंभ किया है.
उन्होंने यह भी कहा कि पार्वती-कालीसिंध-चंबल (पीकेसी) परियोजना को लेकर मध्य प्रदेश और राजस्थान में 20 वर्षों से विवाद चल रहा था. अब विवाद समाप्त हो गया है और परियोजना मूर्त रूप ले रही है. इसी प्रकार उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश राज्यों में सहमति के बाद केन-बेतवा लिंक परियोजना पर कार्य प्रारंभ हो गया है. इन सभी परियोजनाओं से प्रदेश में हर खेत तक पानी पहुंचाने के प्रयास किए जा रहे हैं.
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एसएनपी/एकेजे