मोहाली हादसा : रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, मकान मालिक के खिलाफ एफआईआर दर्ज

चंडीगढ़, 22 दिसंबर . पंजाब के मोहाली में शनिवार शाम तीन मंजिला इमारत ढह गई, जिसके मलबे में अभी भी लोगों के फंसे होने की बात कही जा रही है. हादसे में 20 वर्षीय युवती की मौत की पुष्टि की गई है.

एनडीआरएफ अधिकारियों के अनुसार, सेक्टर 77 में एक जिम की इमारत के बेसमेंट में खुदाई के कारण इमारत ढहने से मलबे में पांच लोग दब गए थे.

कार्यवाहक उपायुक्त विराज एस. तिड़के ने बताया कि हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले के ठियोग की रहने वाली 20 वर्षीय दृष्टि वर्मा को बचावकर्मियों ने बाहर निकाला और बाद में अस्पताल में उसकी मौत हो गई.

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक पारीक ने मीडिया को बताया कि पुलिस ने इमारत के मालिकों परविंदर सिंह और गगनदीप सिंह के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 105 के तहत मामला दर्ज किया है.

पड़ोस में रहने वाले सुखजिंदर सिंह ने बताया, “कल शाम 5:00 के आसपास बिल्डिंग गिरी. तीन मंजिला इमारत है और उसके ऊपर एक छोटा सा पीजी भी बना था. बिल्डिंग गिरने के दौरान पहले जोर से वाइब्रेशन हुई और उसके बाद बिल्डिंग गिर गई. इमारत में सबसे निचे जिम चलता था.”

पंजाब के पुलिस महानिदेशक गौरव यादव, आनंदपुर साहिब के सांसद मलविंदर सिंह कंग और मोहाली के विधायक कुलवंत सिंह बचाव अभियान का जायजा लेने के लिए घटनास्थल पर पहुंचे.

शनिवार शाम 7.30 बजे से ही विशेष इंजीनियरिंग उपकरणों के साथ भारतीय सेना की एक टुकड़ी तैनात कर दी गई. पश्चिमी कमान ने कहा कि भारतीय सेना ने बचाव कार्य में तेजी दिखाई. समन्वित प्रयासों का एक उल्लेखनीय प्रदर्शन करते हुए, सेना की टुकड़ियां एनडीआरएफ और राज्य बचाव दलों के साथ मिलकर संकट से निपटने के लिए लगातार काम कर रही हैं.

मलबे को हटाने वाली मशीन और जेसीबी के साथ इंजीनियर टास्क फोर्स मौके पर मौजूद है. ऊपर से मलबा हटा दिया गया है और बेसमेंट तक पहुंचने के प्रयास किए जा रहे हैं. कार्यवाहक उपायुक्त ने कहा कि शाम को जैसे ही आपदा की सूचना मिली, जिला अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थानीय लोगों और अन्य विभागों की मदद से बचाव अभियान शुरू किया.

उन्होंने कहा कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पारीक भी सबसे पहले मौके पर पहुंचने वाले अधिकारियों में शामिल थे और उन्होंने बचाव प्रयासों की शुरुआत सुनिश्चित करने के लिए पहल की. ​​तिड़के ने कहा कि जिला प्रशासन ने पिंजौर स्थित राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल को संदेश भेजा और इसके अलावा भारतीय सेना की पश्चिमी कमान को एनडीआरएफ के साथ बचाव अभियान को बढ़ाने के लिए सूचित किया. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन मलबे में फंसे हर व्यक्ति को बचाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा है. सभी लोगों को बचाए जाने तक चौबीसों घंटे अभियान जारी रहेगा.

हादसे पर दुख जताते हुए मुख्यमंत्री भगवंत मान ने एक्स पोस्ट में कहा, “मोहाली के साहिबजादा अजीत सिंह नगर में सोहाना के पास एक बहुमंजिला इमारत गिरने की दुखद खबर मिली है. पूरा प्रशासन और अन्य बचाव दल मौके पर तैनात हैं. मैं प्रशासन के साथ लगातार संपर्क में हूं.”

एक स्थानीय निवासी ने बताया कि जब इमारत ढही तो बहुत तेज आवाज सुनाई दी.

एकेएस