नई दिल्ली, 8 फरवरी . केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ‘श्वेत पत्र’ जारी कर दिया है. गुरुवार को संसद में पेश किए गए श्वेत पत्र में कहा गया है कि भारत के विमानन उद्योग में पिछले एक दशक में महत्वपूर्ण वृद्धि और परिवर्तन देखने को मिले हैं, वित्त वर्ष 2015 से वित्त वर्ष 2023 के आते-आते देशभर में हवाई अड्डों की संख्या दोगुनी होकर 149 हो गई है.
भारतीय अर्थव्यवस्था पर जारी श्वेत पत्र में यह भी कहा गया है कि वित्त वर्ष 2015 से वित्त वर्ष 2023 तक आते-आते देशभर में राष्ट्रीय राजमार्गों की लंबाई 0.98 लाख किलोमीटर से बढ़कर 1.45 लाख किलोमीटर हो गई है, प्रमुख बंदरगाहों पर कार्गो यातायात 581 मिलियन टन से बढ़कर 784 मिलियन टन हो गया है. विद्युतीकृत रेल मार्ग 22,224 किमी जो कि वित्त वर्ष 2015 तक था, उसे बढ़ाकर 50,394 किमी वित्त वर्ष 2022 तक कर दिया गया है.
नागरिक उड्डयन मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, 2014 से पहले देश में 74 हवाई अड्डे थे और आज की तारीख में देश में 149 हवाई अड्डे हैं.
विमानन मंत्रालय ने यह भी दावा किया था कि छह साल की अवधि यानी 2014-15 से 2019-20 के दौरान, भारतीय हवाई अड्डों पर कुल यात्री यातायात के मामले में बड़ी वृद्धि देखी गई.
कोविड के बाद, भारतीय विमानन उद्योग फिर से विकास पथ पर है और पूर्व-कोविड की तुलना में 2022-23 के दौरान कुल यात्री यातायात में 96 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.
विमानन मंत्रालय की मानें तो पिछले बारह महीनों में, दो ग्रीनफ़ील्ड हवाई अड्डे, गुजरात में राजकोट और कर्नाटक में शिवमोगा चालू हो गए हैं. इसके अलावा, त्रिची, अयोध्या, सूरत, चेन्नई, तेजू, कानपुर और पोर्ट ब्लेयर हवाई अड्डों पर नए टर्मिनल भवन विकसित किए गए हैं.
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जीकेटी/एबीएम