ग्रेटर नोएडा, 1 अगस्त . गौतमबुद्ध नगर जिले मे 1 अगस्त को सुबह 9 बजे से भूकंप एवं औद्योगिक आपदा से बचाव की तैयारियों को परखने के लिए आयुर्विज्ञान संस्थान (जिम्स) ग्रेटर नोएडा और एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के परिसर में मॉक ड्रिल की गई.
इस अभ्यास का उद्देश्य आपातकालीन स्थिति में त्वरित रिस्पॉन्स, समन्वय और राहत कार्यों की प्रभावशीलता का मूल्यांकन करना रहा. इस मॉक ड्रिल के दौरान एक काल्पनिक औद्योगिक विस्फोट और भूकंप जैसी स्थिति बनाई गई.
सामने आई तस्वीरों के मुताबिक जैसे ही ‘आपदा’ की घोषणा की गई, कर्मचारियों और अधिकारियों को सुरक्षित निकाला गया. धुएं और अफरा-तफरी के बीच सभी ने सुरक्षा नियमों का पालन करते हुए खुले स्थानों की ओर भाग लिया. रेस्क्यू टीमों ने तत्परता के साथ घायलों को स्ट्रेचर और कैरियर के माध्यम से प्राथमिक चिकित्सा केंद्र तक पहुंचाया. मेडिकल टीमों ने मौके पर ही घायल कर्मियों को प्राथमिक उपचार दिया.
डॉक्टरों और नर्सों की टीम घायल कर्मचारियों को स्ट्रेचर और टेबल पर लिटाकर उनका निरीक्षण करती नजर आई. कुछ ‘घायलों’ को एम्बुलेंस के माध्यम से अस्पताल ले जाने की प्रक्रिया भी प्रदर्शित की गई. इस अभ्यास में फायर ब्रिगेड, एम्बुलेंस सेवा, एनडीआरएफ प्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारी, सुरक्षा गार्ड, और एलजी कंपनी के कर्मचारी शामिल रहे.
फायर ब्रिगेड की टीम ने आग पर काबू पाने का अभ्यास किया और पानी की बौछारों के माध्यम से फायर फाइटिंग टेक्निक को भी दर्शाया. इसके अतिरिक्त, सावित्रीबाई फुले बालिका इंटर कॉलेज, डब्लूएचओ टाउनशिप गुरजिंदर विहार, और विकास भवन सूरजपुर में भी इसी प्रकार की मॉक ड्रिल आयोजित की गई.
“सुरक्षा चक्र एक्सरसाइज” नामक इस विशेष अभियान के तहत कुल 5 स्थानों पर इस मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया. इस अभ्यास के माध्यम से आपात स्थिति में विभिन्न एजेंसियों के बीच समन्वय, नागरिकों की जागरूकता और बचाव कार्यों की तत्परता को बेहतर बनाने का प्रयास किया गया.
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पीकेटी/केआर