लखनऊ, 24 जुलाई . कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव के दौरान मंच से खटाखट पैसे डालने वाला बयान दिया था. अब ये बयान पार्टी के लिए मुसीबत बन गया है. ऊंचाहार सीट से विधायक मनोज पांडेय ने कहा कि राहुल गांधी के इस बयान ने गरीबों का मजाक उड़ाया है.
विधायक मनोज पांडेय ने बुधवार को के साथ खास बातचीत में राहुल गांधी के लोकसभा चुनाव के बाद लोगों और महिलाओं के खातों में खटाखट पैसे डालने वाले बयान पर कहा कि निश्चित रूप से यह बहुत दुखद है. लोकतंत्र में हम लोगों ने पढ़ा है और कुछ लोगों को देखा है. ऐसे नेताओं को देखा है जिन्होंने अपनी बात न पूरी होने पर अपने पद से इस्तीफा दिया है.
विधायक होने के नाते मैं बहुत चिंतित हूं. रोजाना सौ से दो सौ मां बहनें, गरीब परिवार की महिलाएं हमारे पास आती हैं और कहती हैं विधायक जी वो खटाखट वाला पैसा दिला दीजिए. लेकिन वह फटाफट उस वादे को भूल गए और झटाझट वादा करके निकल गए. यह राजनीति और लोकतंत्र में कैसे संभव है? केवल यह वादा नहीं किया गया, बल्कि गांव में रहने वाली गरीबी का और गरीब का मजाक उड़ाया गया. लोकतंत्र में यह बात स्वीकार नहीं होनी चाहिए.
उन्होंने पत्रकार के एक सवाल के जवाब में कहा कि त्रेता युग से लेकर कलयुग तक हर बार सच को अपनी परीक्षा देनी होती है और कभी-कभी झूठ चल जाता है. रामचरित मानस पढ़ लीजिए, एक झूठ धोबी समाज के व्यक्ति ने बोला था, जिससे भगवान राम और माता सीता को भी परीक्षा देनी पड़ी थी. जिस झूठ को बोलकर नेताओं ने लोगों का वोट लिया, यह पाप है.
देश में रहने वाला हर व्यक्ति बाबा साहब भीम राव अंबेडकर के बनाए हुए संविधान को नमन करता है. संविधान ने प्रगति की, विकास किया, समरसता की देश को राह दिखाई.
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एनडीए की बैठक के पहले दिन ही सबसे पहले बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के बनाए गए संविधान को प्रणाम कर ही अपने कार्य को शुरू किया.
कांग्रेस का झूठ आज देश की जनता समझ गई है और ठगी सी महसूस कर रही है. जिन लोगों ने गरीब और कमजोर लोगों के बीच एक झूठ को चलाने का काम किया, कभी-कभी झूठ जीत जाता है, लेकिन इसकी जिंदगी बहुत कम होती है. सच अटल और अटूट है और हमेशा रहता है. आने वाले दिनों में आपको सच फिर दिखाई देगा.
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एफजेड/