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आइजोल, 28 नवंबर . असम राइफल्स और मिजोरम Police ने एक संयुक्त अभियान में मिजोरम के सैतुअल जिले में 16.26 करोड़ रुपए की ड्रग्स जब्त करने में सफलता पाई. इसके साथ ही एक ड्रग तस्कर को भी गिरफ्तार किया गया. यह जानकारी अधिकारियों ने Friday को दी.
एक रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि मिजोरम में ड्रग्स के खतरे को फैलने से रोकने के लिए, असम राइफल्स और मिजोरम Police ने Thursday रात को एक एंटी-नारकोटिक्स जॉइंट ऑपरेशन चलाया. चम्फाई-सैथुअल रोड पर ड्रग्स की मूवमेंट के बारे में खास इंटेलिजेंस के आधार पर, एक ऑपरेशन शुरू किया गया. जॉइंट टीम ने एक चेक पोस्ट बनाकर ड्रग्स ले जा रही एक संदिग्ध गाड़ी को रोका.
सर्च ऑपरेशन के दौरान, भारत-म्यांमार बॉर्डर पर मणिपुर के बॉर्डर वाले शहर मोरेह के रहने वाले थांगतिनसेई के पास से 5.421 किलोग्राम नशीली मेथामफेटामाइन टैबलेट बरामद की गई, जिनकी कीमत 16.26 करोड़ रुपए से ज्यादा है. पकड़े गए व्यक्ति के साथ बरामद प्रतिबंधित सामान को डिटेल में जांच और आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए सैतुअल Police को सौंप दिया गया.
ड्रग्स की यह नई जब्ती मिजोरम में इसी तरह की एक खेप जब्त होने के 24 घंटे बाद हुई. दोनों गैर-कानूनी खेप पड़ोसी देश म्यांमार से तस्करी करके लाई गई थीं.
इससे पहले 26 नवंबर को असम राइफल्स ने 13.33 करोड़ रुपए से ज्यादा कीमत की मेथामफेटामाइन टैबलेट जब्त कीं और एक म्यांमारी ड्रग पेडलर को गिरफ्तार किया.
भारत-म्यांमार बॉर्डर के पास नारकोटिक्स की तस्करी के बारे में खास इंटेलिजेंस इनपुट पर कार्रवाई करते हुए, असम राइफल्स के जवानों ने मिजोरम के चम्फाई जिले में बॉर्डर से लगे जोखावथार में वर्ल्ड बैंक रोड पर एक ऑपरेशन शुरू किया.
ऑपरेशन के दौरान, कुछ संदिग्ध हरकतें पकड़ी गईं, और तेजी से ऑपरेशन करने पर 4.444 किग्रा मेथमफेटामाइन टैबलेट बरामद हुई, जो एक खतरनाक साइकोट्रोपिक चीज है, जिसकी इंटरनेशनल मार्केट में कीमत लगभग 13.33 करोड़ रुपए आंकी गई.
मिजोरम की म्यांमार और बांग्लादेश के साथ 510 किमी और 318 किमी की बिना बाड़ वाली सीमा है, जबकि मणिपुर की म्यांमार के साथ 398 किमी की बिना बाड़ वाली सीमा है. दोनों नॉर्थ-ईस्ट राज्य असम, नागालैंड और त्रिपुरा के साथ सीमा साझा करते हैं, जिससे क्रॉस-बॉर्डर और इंटर-स्टेट ड्रग ट्रैफिकिंग आसान हो जाती है.
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एबीएम/डीएससी