बिहार में मिथिलेश तिवारी को प्राप्त है अश्विनी का ‘वरदहस्त’

पटना, 25 मार्च . भाजपा नीत एनडीए में शामिल लोजपा (रामविलास) को छोड़कर सभी दलों ने अपने उम्मीदारों की घोषणा कर दी है. भाजपा ने अपने खाते में आई सभी 17 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी.

भाजपा ने बक्सर से केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे का टिकट काटकर पार्टी के प्रदेश महामंत्री मिथिलेश तिवारी को उम्मीदवार बनाया है. पौराणिक और ऐतिहासिक बक्सर प्रदेश की ‘हॉट सीट’ मानी जाती रही है.

पिछले दो चुनाव से यहां भाजपा का कमल खिलता रहा है और अश्विनी चौबे विजयी हुए हैं. लेकिन इस चुनाव में भाजपा ने चौबे का टिकट काटकर मिथिलेश तिवारी को टिकट थमा दिया.

कहा जाता है कि मिथिलेश तिवारी को शुरू से ही अश्विनी चौबे का वरदहस्त प्राप्त होता रहा है. मिथिलेश तिवारी की गिनती भाजपा के तेज तर्रार युवा नेता के रूप में होती रही है. माना जा रहा है कि इन्हें चौबे के नजदीक रहने के कारण भी बक्सर का उम्मीदवार बनाया गया है.

वैसे, मिथिलेश तिवारी के लिए बक्सर की रहा इतनी आसान भी नहीं है. विरोधी यहां की लड़ाई को ‘भीतरी’ और ‘बाहरी’ भी बनाने की तैयारी कर सकते हैं. तिवारी गोपालगंज के रहने वाले हैं.

बक्सर लोकसभा क्षेत्र में छह विधानसभा सीटें आती हैं. इनमें ब्रह्मपुर, डुमरांव, बक्सर, राजपुर और कैमूर जिले का रामगढ़ और रोहतास जिले की दिनारा विधानसभा सीट शामिल हैं.

पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार अश्विनी चौबे ने जगदानंद सिंह को चुनाव में हराया था. इस सीट पर तीसरे नंबर पर बसपा के सुशील कुमार सिंह रहे थे वहीं, चौथा नंबर नोटा का रहा था.

एमएनपी/एफजेड