रांची, 1 अगस्त . झारखंड के कैबिनेट मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने भाजपा पर तीखा हमला करते हुए कहा कि विपक्ष हताश और निराश है, क्योंकि जब वे सत्ता में नहीं होते हैं, तो सदन के अंदर और बाहर अपनी मर्जी से काम नहीं कर पाते हैं.
उन्होंने कहा कि आज तक उन्होंने इस राज्य का शोषण किया है और इस राज्य के लोगों को उनके हक और अधिकार से वंचित रखा है. जब लोगों को उनके अधिकार मिल रहे हैं और सरकार अंतिम व्यक्ति तक पहुंच रही है, तो भाजपा नेता इस तरह का व्यवहार कर रहे हैं जो बिल्कुल भी उचित नहीं है.
उन्होंने आगे कहा कि जब उन्हें अपनी बात रखनी होती है और सरकार को घेरना होता है तो वे ऐसा करते हैं और जब सरकार का जवाब आता है तो वे हंगामा और बाधा डालना शुरू कर देते हैं. यह पूरी तरह से असंवैधानिक और लोकतांत्रिक व्यवस्था के खिलाफ है.
सदन से भाजपा विधायकों के निलंबन पर मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि ऐसे आचरण वाले सदस्यों को निश्चित रूप से निलंबित किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि पिछली बार जब हम विपक्ष में थे, तो इससे छोटी गलती करने पर हमारे सदस्यों को लंबे समय के लिए निलंबित कर दिया गया था, इन लोगों को सिर्फ शुक्रवार (2 अगस्त) 2 बजे तक के लिए निलंबित किया गया है.
विपक्ष द्वारा स्पीकर पर तानाशाह होने का आरोप लगाने पर उन्होंने कहा कि स्पीकर इतने उदार हैं कि झारखंड विधानसभा के इतिहास में ऐसा कोई स्पीकर कभी नहीं देखा गया. अन्यथा इन लोगों ने जिस तरह का व्यवहार किया है, उसके लिए इन लोगों पर और भी कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए थी.
झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान आज पांचवें दिन भी विपक्ष का हंगामा जारी रहा. इसके बाद 18 विधायकों को सदन से निलंबित कर दिया गया. दरअसल, सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले ही भाजपा विधायक वेल में बैठ गए और नारेबाजी करने लगे.
इसके बाद 11:15 बजे विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो ने सदन की कार्यवाही शुरू की. सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विधायकों ने हंगामा करना शुरू कर दिया. डॉ शशि भूषण मेहता राइटर टेबल पर चढ़ गए. हंगामा बढ़ता देख स्पीकर ने विपक्ष के 18 विधायकों को 2 अगस्त दोपहर 2 बजे तक के लिए निलंबित कर दिया. स्पीकर ने इन सभी विधायकों को झामुमो विधायक सुदिव्य सोनू के निर्देश पर निलंबित किया है.
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आरके/ जीकेटी