चेहरा चमकाने के लिए नीतीश कुमार सरकारी पैसे का दुरुपयोग कर रहे : मीसा भारती

पटना, 17 जनवरी . राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) की नेता और सांसद मीसा भारती ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ‘प्रगति यात्रा’ पर तीखा बयान दिया है. मीसा भारती ने शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि तेजस्वी यादव का यह बयान कि यह यात्रा ‘दुर्गति यात्रा’ है, बिल्कुल सही है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सरकारी पैसे का दुरुपयोग कर रहे हैं और इसका इस्तेमाल अपना चेहरा चमकाने के लिए कर रहे हैं.

मीसा भारती ने कहा कि नीतीश कुमार सरकारी पैसे से अपनी यात्रा का आयोजन कर रहे हैं. यह पैसे का दुरुपयोग है, जो कहीं न कहीं बिहार के गरीबों और महिलाओं के भले के बजाय केवल चुनाव प्रचार के लिए खर्च किया जा रहा है. मुख्यमंत्री की यात्रा में अधिकारियों की एक खास टीम उनके साथ चल रही है और यह टीम पटना में भी मौजूद रहती है.

मीसा भारती ने तेजस्वी यादव के नेतृत्व की तारीफ करते हुए कहा कि राष्ट्रीय जनता दल की ओर से मुख्यमंत्री पद का चेहरा तेजस्वी यादव ही हैं. पिछली बार संख्या थोड़ी कम रह गई थी और हम सरकार नहीं बना पाए थे. हालांकि, इसके बावजूद तेजस्वी यादव ने जो वादा किया था, वह उसे पूरा करने में सफल रहे हैं. जेडीयू के साथ गठबंधन हुआ, सरकार बनी और तेजस्वी यादव डिप्टी सीएम बने. इसके बाद युवाओं के बीच नियुक्ति पत्र बांटने का काम किया गया, हम हवा में बातें नहीं करते.

मीसा भारती ने बिहार के विकास, रोजगार और महिलाओं की भलाई के मुद्दे पर भी जोर दिया. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार बनेगी तो हम रोजगार के अवसर बढ़ाएंगे और महिलाओं के लिए विभिन्न योजनाएं लागू करेंगे.

उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि उनकी सरकार 10 लाख सरकारी नौकरियों का वादा पूरा कर चुकी है. उन्होंने महंगाई पर भी चिंता जताई और कहा कि उनकी सरकार गरीबों के लिए गैस सिलेंडर 500 रुपये में देगी और वृद्धा पेंशन को 400 रुपये से बढ़ाकर 1,500 रुपये करेगी.

मीसा भारती ने कहा कि बिहार की महिलाओं और युवाओं के लिए उनकी सरकार योजनाएं लेकर आएगी. हमने 200 यूनिट बिजली मुफ्त देने की बात की है और महिलाएं जो महंगाई से परेशान हैं, उनके लिए हम पच्चीस सौ रुपये की योजना लेकर आए हैं.

मीसा भारती ने आगे कहा कि आरजेडी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी, खासकर राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव और पार्टी के पदाधिकारियों की नियुक्ति पर विशेष विमर्श होगा.

पीएसके/एबीएम