New Delhi, 6 अगस्त . अमेरिकी टैरिफ पर भारत की प्रतिक्रिया आई है. विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने Wednesday को कहा कि अमेरिका द्वारा टैरिफ लगाना दुर्भाग्यपूर्ण है. भारत अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा करेगा.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि अमेरिका ने हाल के दिनों में रूस से भारत के तेल आयात को निशाना बनाया है. हमने इन मुद्दों पर अपनी स्थिति पहले ही स्पष्ट कर दी है, जिसमें यह तथ्य भी शामिल है कि हमारे आयात मार्केट फैक्टर पर आधारित हैं और भारत के 1.4 अरब लोगों की ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने के समग्र उद्देश्य से किए जाते हैं.
उन्होंने कहा कि यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि अमेरिका ने भारत पर उन कार्यों के लिए अतिरिक्त शुल्क लगाने का विकल्प चुना है जो कई अन्य देश भी अपने राष्ट्रीय हित में कर रहे हैं. हम दोहराते हैं कि ये कार्य अनुचित, अन्यायपूर्ण और अविवेकपूर्ण हैं. भारत अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगा.
इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने Wednesday को भारत से होने वाले आयात पर 25 प्रतिशत का अतिरिक्त शुल्क लगाने का आदेश दिया. इस फैसले के पीछे की वजह भारत द्वारा रूस से तेल खरीदना है. व्हाइट हाउस के अनुसार, यह कदम यूक्रेन युद्ध के चलते रूस पर लगाए गए प्रतिबंधों को और प्रभावी बनाने की दिशा में उठाया गया है. इससे पहले पिछले सप्ताह डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 25 प्रतिशत शुल्क लगाने की घोषणा की थी, जिसे अब आधिकारिक रूप से लागू किया जा रहा है.
आदेश में कहा गया है कि भारत प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से रूस से तेल आयात कर रहा है, जिसे अमेरिका अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति के लिए खतरा मानता है. आदेश के मुताबिक, “अनुरूप कानूनों के तहत, अमेरिका के सीमा शुल्क क्षेत्र में भारत से आयातित वस्तुओं पर 25 प्रतिशत का अतिरिक्त शुल्क लगाया जाएगा.” यह नया शुल्क आदेश जारी होने के 21 दिन बाद लागू होगा. आदेश में यह भी स्पष्ट किया गया है कि यह अतिरिक्त शुल्क पहले से लागू अन्य शुल्कों के अतिरिक्त होगा, जब तक कि वे कुछ विशेष श्रेणियों या पहले से जारी व्यापार आदेशों में छूट के तहत न आते हों.
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डीकेपी/डीएससी