तिरुवनंतपुरम, 13 जून . कुवैत अग्निकांड में मारे गए केरल के लोगों के शवों को वापस लाने के लिए केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज आज अल-मंगफ के लिए रवाना होंगी. इस अग्निकांड में मरने वालों में 40 भारतीय हैं.
मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में यह निर्णय लिया गया. सीएम विजयन सरकार ने मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये और घायलों को 1-1 लाख रुपये का मुआवजा देने का भी फैसला किया है.
कुवैत के दक्षिणी शहर अल-मंगफ में एक इमारत में लगी भीषण आग में मरने वाले 14 केरलवासियों में से 13 की पहचान कर ली गई है.
इमारत में लगी आग में केरल की एक कंपनी के 49 कर्मचारियों की मौत हो गई.
कुवैत के सूत्रों के अनुसार, मरने वालों की संख्या में अभी और इजाफा हो सकता है. वहीं, इमारत में रहने वाले करीब 18 कर्मचारी इस हादसे में बाल-बाल बच गए. वे सुबह करीब 4 बजे सुबह की ड्यूटी के लिए इमारत से निकल गए थे.
नवनियुक्त केंद्रीय राज्य मंत्री जॉर्ज कुरियन ने कहा कि राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह कुवैत से भारतीय दूतावास के साथ समन्वय स्थापित करने के लिए रवाना हो चुके हैं, ताकि मारे गए लोगों के शवों को वापस लाया जा सके.
उन्होंने कहा, “सभी भारतीयों के शवों को वापस लाने के लिए सभी प्रबंध किए जाएंगे.”
बता दें कि कुवैत में हुए इस भीषण अग्निकांड में इमारत पूरी तरह से तबाह हो गई. इस इमारत के बारे में बताया जा रहा है कि इसमें मजदूर रहते थे, जिसमें से अधिकतर भारतीय थे. यह आग बुधवार की सुबह लगी. इसके लिए वहां की सरकार ने मालिक को जिम्मेदार ठहराया है. यह भीषण अग्निकांड मंजफ शहर में हुआ है, जो दक्षिण कुवैत में है.
इस घटना को लेकर भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा था, ”कुवैत शहर में आग लगने की घटना की खबर से गहरा सदमा लगा है. कथित तौर पर 40 से अधिक मौतें हुई हैं. हमारा दूतावास इस संबंध में सभी संबंधित पक्षों को पूरी सहायता प्रदान करेगा.”
–
एमकेएस/