पटना, 15 अप्रैल . बिहार की सियासत में मंगलवार को नई हलचल देखने को मिली. बिहार में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव की दिल्ली में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और अन्य नेताओं से मुलाकात पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने तीखा हमला बोला है. वहीं, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा वक्फ अधिनियम को लेकर मुस्लिम समुदाय के नेताओं के साथ प्रस्तावित बैठक ने भी सियासी माहौल को गरम कर दिया है.
बिहार सरकार के श्रम संसाधन मंत्री संतोष सिंह ने तेजस्वी यादव की कांग्रेस पार्टी के नेताओं से मुलाकात के सवाल पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यह गठबंधन केवल स्वार्थ पर आधारित है. उन्होंने कहा, “कांग्रेस का बिहार में अब कोई वजूद नहीं बचा है. कभी वे अकेले चुनाव लड़ने की बात करते हैं, कभी 70 सीटें मांगते हैं, तो कभी 50 सीटें मांगते हैं. वहीं तेजस्वी यादव कांग्रेस पार्टी को ज्यादा सीटें देना नहीं चाहते है. यह स्वार्थ का गठबंधन है, जिसका कोई भविष्य नहीं है. तेजस्वी यादव का जमीर खिसक गया है, इसलिए वे कांग्रेस जैसे दल से मिलने जा रहे हैं.”
मंत्री संतोष सिंह ने दावा किया कि बिहार की सियासत में कोई बदलाव नहीं होने वाला. उन्होंने कहा, “तेजस्वी को समझना चाहिए कि बिहार में अभी कोई वैकेंसी नहीं है. 2025 में नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री रहेंगे. चाहे तेजस्वी खड़गे से मिलें, सोनिया गांधी से या राहुल गांधी से, कोई फर्क नहीं पड़ने वाला.”
दूसरी ओर, पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा वक्फ अधिनियम पर मुस्लिम नेताओं के साथ बैठक की खबर ने भी सियासी हलकों में चर्चा तेज कर दी है. इस मुद्दे पर भी संतोष सिंह ने ममता बनर्जी पर निशाना साधा.
उन्होंने कहा, “ममता बनर्जी शुरू से तुष्टिकरण की राजनीति करती रही हैं. उनकी सियासत इसी पर टिकी है. लेकिन अब देश बदल रहा है. 140 करोड़ देशवासियों की बात करने वाला प्रधानमंत्री विकास को प्राथमिकता देते हैं. वक्फ कानून मुस्लिम समाज के हित में है. मुस्लिम समुदाय भी अब खुले विचारों को स्वीकार कर रहा है. उसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में समान अधिकार मिल रहे हैं. मुस्लिम समुदाय अब ममता बनर्जी के बहकावे में नहीं आएगा. उनका सियासी खेल खत्म होने वाला है.”
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एकेएस/