नई दिल्ली, 15 जुलाई . रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने सोमवार को हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) में बनने वाले लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट तेजस और हेलीकॉप्टर की जानकारी ली. वह एचएएल की इस डिवीजन में पंहुचे थे. रक्षा राज्य मंत्री ने एचएएल के साथ-साथ बीईएमएल लिमिटेड की कार्यशालाओं का भी दौरा किया.
इस दौरान उन्होंने रक्षा क्षेत्र के लिए सार्वजनिक उपक्रमों (डीपीएसयू) द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों की समीक्षा की. रक्षा राज्य मंत्री ने दोनों प्रतिष्ठानों के भ्रमण के दौरान एचएएल और बीईएमएल लिमिटेड के अधिकारियों के साथ विभिन्न मुद्दों पर बातचीत की. सेठ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘आत्मनिर्भर भारत’ और ‘विकसित भारत’ के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में उनके प्रयासों की सराहना की.
उन्होंने रक्षा क्षेत्र के सार्वजनिक उपक्रमों के अधिकारियों से बदलते समय के साथ तालमेल बिठाने का आह्वान किया. बेहतरीन उत्पाद तथा प्लेटफॉर्म विकसित करने के लिए नवीनतम उभरती हुई तकनीकी के साथ बने रहने की आवश्यकता पर बल दिया. उन्होंने भारत को वैश्विक रक्षा विनिर्माण केंद्र बनाने के सरकार के समग्र उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए निजी क्षेत्र के साथ सहयोग बढ़ाने का आग्रह किया.
रक्षा राज्य मंत्री ने इस मिशन में सरकार की ओर से हरसंभव सहायता देने का वादा किया. रक्षा राज्य मंत्री ने अपने भ्रमण की शुरुआत एचएएल से की. उन्हें, वहां पर तमाम उत्पादों, मरम्मत और आगे की गतिविधियों, विमान उन्नयन, एवियोनिक्स विकास, निर्यात, इंजन उत्पादन, मानवयुक्त तथा मानवरहित हवाई वाहनों, स्वदेशीकरण उपायों व इसरो को दिए जाने वाले सहयोग के बारे में जानकारी दी गई.
उन्होंने लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट तेजस और हेलीकॉप्टर डिवीजनों का भी दौरा किया. अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक (अतिरिक्त प्रभार) सी.बी. अनंतकृष्णन ने सरकार द्वारा दिए गए सहयोग के लिए रक्षा राज्य मंत्री को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड ने अपने कार्यक्रम परिचालन के विभिन्न क्षेत्रों में आने वाली चुनौतियों पर काबू पाने के लिए कदम उठाए हैं.
संजय सेठ ने बीईएमएल लिमिटेड के अपने दौरे के दौरान एक नई चालक रहित एमआरएस-1 मेट्रो ट्रेनसेट को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, जो डीपीएसयू की उपलब्धियों में एक और मील का पत्थर साबित हुई है. यह ट्रेनसेट मुंबई मेट्रो रेल मेट्रोपॉलिटन अथॉरिटी को आपूर्ति की जाने वाली 55वीं ट्रेनसेट है. बीईएमएल ड्राइवरलेस ट्रेनों को डिजाइन, विकसित, निर्माण और आपूर्ति करने वाली पहली भारतीय रोलिंग स्टॉक निर्माता कंपनी है.
रक्षा राज्य मंत्री ने ‘मेक इन इंडिया’ पहल में बीईएमएल के योगदान की सराहना की. उन्होंने कहा कि चालक रहित मेट्रो ट्रेनसेट उन्नत परिवहन वाहनों के निर्माण में देश की बढ़ती क्षमताओं का प्रतीक है.
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जीसीबी/एबीएम