मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने यमुना की स्वच्छता का ल‍िया संकल्प, बांध न‍िर्माण की कही बात

जोधपुर, 1 मार्च . केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने जोधपुर में अपने निवास पर आम लोगों से मुलाकात के दौरान यमुना नदी की स्वच्छता को लेकर महत्वपूर्ण बातें साझा की.

उन्होंने कहा कि यमुना नदी के पानी का प्रवाह निरंतर बनाए रखने के लिए सरकार द्वारा कई योजनाओं पर काम किया जा रहा है. खासतौर पर यमुना नदी में पानी की कमी की समस्या को दूर करने के लिए बांध बनाने की योजना पर काम हो चुका है, इससे प्रदूषण को कम किया जा सकेगा. गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी है कि यमुना को स्वच्छ किया जाएगा और लोगों को रिवर फ्रंट पर जाकर आनंद की अनुभूति होगी.

उन्होंने यमुना नदी के प्रदूषण की मुख्य वजह दिल्ली को बताते हुए उन्होंने कहा कि यमुना नदी का मात्र 22 किलोमीटर का हिस्सा दिल्ली में पड़ता है, लेकिन यमुना के 98 फीसदी प्रदूषण में दिल्ली का योगदान है. शेखावत ने कहा कि पूर्व की दिल्ली सरकार ने इस मुद्दे पर उदासीन रवैया अपनाया था, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में गंगा और यमुना जैसी प्रमुख नदियों की स्वच्छता के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं.

शेखावत ने यह भी बताया कि गंगा-यमुना की स्वच्छता के लिए दिल्ली में एशिया का सबसे बड़ा सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाने का निर्णय लिया गया था, लेकिन दिल्ली सरकार द्वारा जमीन देने में देरी के कारण यह परियोजना समय पर पूरी नहीं हो पाई.

शेखावत ने प्रधानमंत्री मोदी के संकल्प को दोहराते हुए कहा कि यमुना को अविरल और निर्मल बनाने के लिए सरकार ने योजनाएं बनाई हैं. इसके तहत तीन बांध बनाने की योजना पर काम शुरू हो चुका है, जिससे यमुना नदी में प्रदूषण की समस्या का समाधान होगा. इन बांधों में दो बांधों का टेंडर हो गया है, तीसरे पर काम बाकी है.

उन्होंने विश्वास जताया कि इस परियोजना के पूरा होने से यमुना के दोनों किनारे विकसित होंगे और लोग रिवर फ्रंट पर जाकर आध्यात्मिक आनंद की अनुभूति ले सकेंगे. शेखावत ने यह भी कहा कि यमुना को स्वच्छ बनाने का कार्य जल्द ही पूरा होगा और इससे पर्यावरण को भी बड़ा लाभ होगा.

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