झारखंड में घुसपैठ और धर्मांतरण के कारण बदल रही जनसांख्यिकी चिंता का विषय : मिलिंद परांडे

रांची, 8 अप्रैल . विश्व हिंदू परिषद् (विहिप) के अंतर्राष्ट्रीय संगठन महामंत्री मिलिंद परांडे ने मंगलवार को दावा किया है कि बांग्लादेशी एवं म्यांमार से होने वाली घुसपैठ और इसाई मिशनरियों की ओर से धर्मांतरण के लिए चलाए जा रहे अभियान के कारण झारखंड की जनसांख्यिकी तेजी से बदल रही है और इससे सामाजिक असंतुलन का गंभीर संकट उत्पन्न हो गया है.

रांची में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए परांडे ने कहा कि साहिबगंज और पाकुड़ जैसे जिलों में बड़े पैमाने पर घुसपैठ हो रही है. सिमडेगा और हजारीबाग जैसे कई जिलों में ईसाई मिशनरियों की ओर से लगातार गैरकानूनी तरीके से धर्मांतरण कराया जा रहा है. राज्य में लव जिहाद की घटनाएं भी बड़े पैमाने पर हो रही हैं. इन सबका नतीजा है कि राज्य में हिंदू आबादी का प्रतिशत गिर रहा है. राज्य में 18 प्रतिशत मतांतरित लोग यहां के 82 प्रतिशत मूल आदिवासियों का हक मार रहे हैं. इन मुद्दों पर विश्व हिंदू परिषद जागरण अभियान चला रही है.

विहिप के संगठन मंत्री ने कहा कि विदेशी और विधर्मी लोग झारखंड के हिंदुओं और जनजातीय समुदाय के लोगों की जमीनों और संसाधनों पर कब्जा कर रहे हैं. ये लोग जनजातीय समुदाय की बेटियों से विवाह कर राजनीतिक भागीदारी बढ़ाने का षड्यंत्र भी रच रहे हैं. इन प्रवृत्तियों और षड्यंत्रों पर रोक के लिए प्रबुद्ध हिंदू समाज को एकजुट होकर आगे आना होगा.

परांडे ने झारखंड से गो तस्करी पर भी गहरी चिंता जताई. उन्होंने विहिप के राष्ट्रव्यापी कार्यक्रमों और अभियानों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि हिंदू मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्ति दिलाने के लिए राष्ट्रव्यापी अभियान चलाया जा रहा है. इस क्रम में विजयवाड़ा में एक बड़ी जनसभा का आयोजन किया गया था. इस वर्ष देश के अन्य हिस्सों में भी ऐसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. देश के विभिन्न राज्यों में सत्तारूढ़ दलों के नेताओं और स्थानीय जनप्रतिधियों से मिलकर इस संबंध में कानून लाने की दिशा में अभियान चलाया जा रहा है.

प्रेस कॉन्फ्रेंस में विहिप के झारखंड प्रांत अध्यक्ष चंद्रकांत रायपत और मंत्री मिथिलेश्वर मिश्र भी उपस्थित रहे.

एसएनसी/एकेजे