काहिरा, 28 मई . मध्य पूर्व और यूरोपीय संघ के देशों ने गाजा पट्टी के उत्तर-पश्चिमी राफा में विस्थापित नागरिकों पर इजराइल के हवाई हमले की निंदा की है. हमले में कम से कम 45 फिलिस्तीनियों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए.
फिलिस्तीन की आधिकारिक समाचार एजेंसी डब्ल्यूएएफए ने बताया कि इजराइली लड़ाकू विमानों ने रविवार शाम दक्षिणी गजान शहर में विस्थापित नागरिकों के लिए स्थापित शिविर को निशाना बनाया.
समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, कतर के विदेश मंत्रालय ने सोमवार को एक बयान जारी कर इजराइली हमले की निंदा करते हुए इसे अंतरराष्ट्रीय कानूनों का गंभीर उल्लंघन बताया. बयान में कहा गया कि हमले से फिलिस्तीनी क्षेत्र में मानवीय संकट गहराएगा.
बयान में कहा गया कि इजराइली हमले से युद्धविराम के लिए जारी वार्ता पर प्रभाव पड़ेगा.
कतर ने इजराइल से राफा पर सैन्य हमलों को रोकने के लिए अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय (आईसीजे) के फैसले का पालन करने का आह्वान किया. अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से भी इजराइल के अत्याचारों को रोकने और नागरिकों की रक्षा के लिए तत्काल कार्रवाई का आग्रह किया गया.
ईरानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नासिर कनानी ने कहा कि इजराइल ने फिलिस्तीनी नागरिकों, विशेषकर महिलाओं और बच्चों की हत्या की है.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में, प्रवक्ता ने कहा कि यह हमला “युद्ध अपराधों” का एक प्रमुख उदाहरण है और आईसीजे के फैसले का “स्पष्ट उल्लंघन” है. आईसीजे ने इजराइल को राफा में हमला रोकने का आदेश दिया था.
तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने भी राफा में इजराइली हमले की निंदा करते हुए इसे “नरसंहार” कहा.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर तुर्की नेता ने इजराइली सरकार पर अपने राजनीतिक लाभ के लिए रक्तपात का सहारा लेने का आरोप लगाया.
डब्ल्यूूएएफए के अनुसार, इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) ने कहा, “इजराइली हमला मानवता के खिलाफ एक अपराध है. अंतरराष्ट्रीय कानून के मुताबिक इसके लिए जवाबदेही तय करने की आवश्यकता है.”
ओआईसी ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से राफा हमले को तुरंत रोकने के लिए आईसीजे के आदेशों को लागू करने के लिए इजराइल को बाध्य करने का आग्रह दोहराया.
यूरोपीय संघ (ईयू) के विदेश नीति प्रमुख जोसेप बोरेल ने भी हमले की निंदा की है.
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर किए एक पोस्ट में इजराइली हमलों को तत्काल रोकने और इसमें शामिल सभी पक्षों से अंतरराष्ट्रीय न्यायालय और अंतरराष्ट्रीय कानून के आदेशों का पालन करने का आग्रह किया.
उधर,एक सूत्र ने सोमवार को कहा कि हमले के जवाब में, हमास ने मध्यस्थों को सूचित कर दिया है कि वह गाजा में युद्धविराम या बंधकों को छोड़ने के लिए किसी भी बातचीत में भाग नहीं लेगा.
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