जम्मू, 4 मार्च . पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली नेशनल कांफ्रेंस सरकार पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एजेंट के रूप में काम करने का आरोप लगाया है.
पीडीपी नेता के आरोप पर पलटवार करते हुए जम्मू-कश्मीर के उपमुख्यमंत्री सुरिंदर कुमार चौधरी ने कहा कि महबूबा मुफ्ती कुछ भी कह सकती हैं, लेकिन जम्मू-कश्मीर के पतन के लिए वह स्वयं जिम्मेदार हैं. जब वह मुख्यमंत्री थीं, तो राज्य का विनाश उनकी वजह से हुआ. अगर जम्मू-कश्मीर का विभाजन हुआ या इसका दर्जा बदला, तो इसके लिए वही जिम्मेदार हैं.
उन्होंने कहा, “ये वही ‘महबूबा जी’ हैं, जिन्होंने बच्चों के साथ अन्याय के बारे में पूछे जाने पर यह कहकर चिंताओं को खारिज कर दिया था कि उन्हें शिविरों में सिर्फ दूध और टॉफी चाहिए. अब, जिन्होंने जम्मू-कश्मीर को बर्बाद किया, वे हमें उपदेश देने की कोशिश कर रहे हैं? हमें उनकी सलाह की जरूरत नहीं है.”
जम्मू-कश्मीर कांग्रेस अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा ने कहा कि पीडीपी का अपना रुख है और कांग्रेस का भी अपना. वे जो चाहें कहने के लिए स्वतंत्र हैं, लेकिन हम न तो इसका समर्थन करते हैं और न ही इसका विरोध करते हैं. लोकतांत्रिक व्यवस्था में पीडीपी अपनी मर्जी से काम करने के लिए स्वतंत्र है.
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के विधायक वहीद पारा ने कहा कि बजट में एक लाख नौकरियों के वादे, नौकरी की गारंटी अधिनियम, आरक्षण को तर्कसंगत बनाना और लंबित एफआईआर के साथ जेल में बंद युवाओं की दुर्दशा जैसे प्रमुख मुद्दों का उल्लेख नहीं है. ये सभी ऐसे मुद्दे हैं, जो आम जनता के लिए चिंता का कारण बने हुए हैं. सरकार ने उन समस्याओं को नजरअंदाज किया है, जो सीधे तौर पर समाज के सबसे कमजोर वर्गों को प्रभावित करती हैं.
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एकेएस/एकेजे