शी चिनफिंग और जर्मन चांसलर के बीच मुलाकात

बीजिंग, 16 अप्रैल . चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने मंगलवार सुबह पेइचिंग में जर्मन चांसलर ओलाफ़ स्कोल्ज़ के साथ मुलाकात की.

इस मौके पर शी चिनफिंग ने कहा कि इस साल चीन और जर्मनी के बीच चतुर्मुखी रणनीतिक साझेदारी की स्थापना की 10वीं वर्षगांठ है. पिछले दस सालों में चाहे अंतर्राष्ट्रीय स्थिति में कितना भी बड़ा परिवर्तन हुआ, लेकिन चीन-जर्मनी संबंध सतत रूप से विकसित हो रहे हैं और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग मजबूत हो रहा है. इससे दोनों देशों के विकास को गति मिली है.

शी चिनफिंग ने कहा कि अब दुनिया में सदी का अभूतपूर्व परिवर्तन तेजी से हो रहा है. मानव जाति के सामने जोखिम और चुनौतियां बढ़ती जा रही हैं. इन समस्याओं के निपटारे के लिए बड़े देशों के बीच सहयोग की ज़रूरत है. चीन और जर्मनी विश्व की दूसरी और तीसरी आर्थिक शक्तियां है. चीन-जर्मनी संबंधों का विकास न सिर्फ दोनों देशों, बल्कि यूरेशिया यहां तक कि पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण है. दोनों देशों को दीर्घकालीन और रणनीतिक दृष्टि से द्विपक्षीय संबंधों का विकास करना चाहिए, ताकि एक साथ दुनिया में ज्यादा स्थिरता और निश्चितता दी जा सके.

शी चिनफिंग ने आगे कहा कि चीन और जर्मनी की औद्योगिक और आपूर्ति शृंखलाएं एक-दूसरे से गहराई से जुड़ती हैं. दोनों देशों के बाज़ार एक- दूसरे पर निर्भर हैं. चाहे मशीनरी विनिर्माण और ऑटोमोबाइल जैसे परंपरागत क्षेत्रों में हो, या हरित परिवर्तन, डिजिटलीकरण और कृत्रिम बुद्धिमत्ता जैसे नवोदित क्षेत्रों में चीन और जर्मनी के बीच आपसी लाभ वाले सहयोग की विशाल निहित शक्ति है. दोनों पक्षों को सहयोग मज़बूत करना चाहिए.

जर्मन चांसलर ओलाफ़ स्कोल्ज़ ने कहा कि जर्मनी और चीन के बीच विभिन्न स्तरीय और विभिन्न क्षेत्रों में आदान-प्रदान घनिष्ठ हो रहा है. जर्मनी चीन के साथ संबंध मज़बूत कर विभिन्न क्षेत्रों में वार्ता और सहयोग बढ़ाना चाहता है. यह जर्मनी और चीन, यहां तक कि पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण है. जर्मनी संरक्षणवाद का विरोध करता है और मुक्त व्यापार का समर्थन करता है. यूरोपीय संघ का अहम सदस्य होने के नाते जर्मनी यूरोपीय संघ और चीन के बीच संबंधों का बेहतर विकास बढ़ाने में सक्रिय भूमिका निभाना चाहता है.

मुलाकात में दोनों नेताओं ने यूक्रेन संकट, फिलीस्तीन-इज़राइल मुठभेड़ और अन्य समान दिलचस्पी वाले अंतर्राष्ट्रीय व क्षेत्रीय मामलों पर गहन रूप से विचार-विमर्श किया.

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

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