चीन में नई ऊर्जा वाहनों और तकनीकी नवाचार को बढ़ावा देने के उपाय और उपलब्धियां

बीजिंग, 1 सितंबर . इक्कीसवीं सदी की महान उपलब्धियों की बात की जाये तो इलेक्ट्रिक व्हीकल का ज़िक्र होना तय है. पर्यावरण को होने वाले नुक़सान को कम करने और मानव सभ्यता को आगे बढ़ाने में नये ऊर्जा वहनों यानी एनईवी का बड़ा योगदान है. इस महान कार्य में अपनी भागीदारी देने के लिए यूं तो कई देश हैं, परंतु चीन सबसे आगे है.

हाल ही में चीन में नये ऊर्जा वाहनों की खुदरा बिक्री में वृद्धि जारी है, जुलाई के आधिकारिक आंकड़ों से पता चलता है कि बिक्री 50 प्रतिशत से अधिक हो गई है, जो पहली बार पारंपरिक यात्री वाहनों की बिक्री को पार कर गई है.

एनईवी चीन में उपभोक्ताओं के बीच अधिक मान्यता प्राप्त कर रहे हैं. चाइना पैसेंजर कार एसोसिएशन के अनुसार, जुलाई 2024 में ऐसे वाहनों की लगभग 8,78,000 इकाइयां बेची गईं, जो साल दर साल 36.9 प्रतिशत अधिक हैं.

चीन ने नये ऊर्जा वाहनों के विकास को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, जो इसे दुनिया के सबसे बड़े एनईवी बाजारों में से एक बना रहे हैं. चीन की सरकार ने एनईवी के विकास को बढ़ावा देने के लिए भारी प्रोत्साहन दिए हैं. इन प्रोत्साहनों में कर में छूट, सब्सिडी, और एनईवी की खरीद के लिए वित्तीय सहायता शामिल है. इसके अतिरिक्त, सरकार ने पारंपरिक पेट्रोल और डीजल वाहनों के उत्पादन और बिक्री पर भी प्रतिबंध लगाकर एनईवी के विकास को और तेज किया है.

इसके अलावा, चीन ने अपने “मेड इन चाइना 2025” कार्यक्रम के तहत, एनईवी की निर्माण और बिक्री को प्राथमिकता दी है. इसका उद्देश्य स्थानीय उद्योगों को सशक्त बनाना और वैश्विक इलेक्ट्रिक वाहन बाजार में चीन की भागीदारी को बढ़ाना है.

चीन ने बैटरी तकनीक में भी कई महत्वपूर्ण नवाचार किए हैं, जो एनईवी के दक्षता और प्रदर्शन को सुधारने में मदद कर रहे हैं. लिथियम-आयन बैटरी के क्षेत्र में चीनी कंपनियों ने बड़ी प्रगति की है, जिससे वाहनों की रेंज और चार्जिंग स्पीड में सुधार हुआ है.

इसके अतिरिक्त, चीनी कंपनियां स्वचालित और स्मार्ट ड्राइविंग तकनीकों का विकास कर रही हैं, जो एनईवी को और अधिक उन्नत तथा सुरक्षित बना रही हैं. ये नवाचार चीन के एनईवी को वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धात्मक बनाए रखने में सहायक सिद्ध हो रहे हैं.

एनईवी के विकास में चार्जिंग स्टेशन का बुनियादी ढांचा एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. चीन ने इस दिशा में भी बड़े कदम उठाए हैं. पूरे देश में चार्जिंग स्टेशनों का जाल बिछाया जा रहा है, विशेषकर शहरी क्षेत्रों और प्रमुख राजमार्गों पर. इससे एनईवी मालिकों के लिए वाहनों को चार्ज करना अधिक सुविधाजनक हो गया है, जिससे एनईवी की मांग में भी वृद्धि हो रही है.

चीनी सरकार ने वर्ष 2025 तक लाखों चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने का लक्ष्य रखा है, जो एनईवी के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है.

एनईवी के विकास ने चीन के पर्यावरणीय लक्ष्यों को भी समर्थन दिया है. पारंपरिक वाहनों से होने वाले कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए एनईवी को अपनाना महत्वपूर्ण है. चीन का लक्ष्य है कि वह 2060 तक कार्बन तटस्थता हासिल कर सके, और एनईवी इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं.

इसके साथ ही, एनईवी के विकास से चीन की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिली है. यह क्षेत्र नए रोजगार सृजित कर रहा है और औद्योगिक उत्पादन को बढ़ावा दे रहा है. चीन की स्थानीय कंपनियां, जैसे बीवाईडी और एनआईओ, वैश्विक बाजार में अपने लिए एक विशेष पहचान बना रही हैं.

चीन ने नई ऊर्जा वाहनों के विकास के लिए न केवल ठोस नीतियों और प्रोत्साहनों को लागू किया है, बल्कि तकनीकी नवाचारों और चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर के विस्तार में भी महत्वपूर्ण प्रगति की है. यह सुनिश्चित करेगा कि आने वाले वर्षों में चीन का एनईवी बाजार और भी मजबूत हो, जिससे न केवल पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि देश की आर्थिक वृद्धि को भी बल मिलेगा.

(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग)

एकेजे/