उत्तराखंड में कोचिंग संस्थानों की जांच, एमडीडीए का सख्त निर्देश

देहरादून, 31 जुलाई . राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में 27 जुलाई को बेसमेंट में पानी भर जाने के कारण यूपीएससी की तैयारी करने वाले तीन छात्रों की मौत हो गई थी. इस बड़े हादसे के बाद उत्तराखंड की धामी सरकार भी अलर्ट हो गई और राज्य में संचालित कोचिंग संस्थानों के लिए सख्त निर्देश जारी किए.

सीएम पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व वाली सरकार ने भविष्य में ऐसी घटना दोबारा नहीं हों, इसको लेकर एमडीडीए ने कोचिंग संस्थानों पर सख्ती की है.

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व आवास मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल के आदेश के बाद अवैध निर्माणों पर कार्रवाई शुरु हो गई है. अपर सचिव आवास अतर सिंह और एमडीडीए के उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी को नियमों का पालन न करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.

एमडीडीए के उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने बताया कि एमडीडीए और पुलिस विभाग की तरफ से संयुक्त चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है. नियमों की अनदेखी करने वाले कोचिंग संस्थानों के खिलाफ नोटिस जारी करके कार्रवाई की जाएगी.

आवास मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने सख्त निर्देश देते हुए कहा कि प्रदेश के कोचिंग सेंटर में मानक अनुसार कार्य नहीं होने पर तत्काल कार्रवाई करें. उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि बेसमेंट में सुरक्षा उपाय तथा आपदा के समय निकासी जैसे अन्य आवश्यक कार्य न होने पर कोचिंग सेंटर के खिलाफ कार्रवाई की जाए.

बता दें कि दिल्ली के एक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने की घटना के बाद, तीन छात्र, जिनमें दो लड़कियां और एक लड़का निकलने में असफल रहे, जिसके चलते उनकी मृत्यु हो गई. इन छात्रों की पहचान तानिया सोनी, श्रेया यादव और नवीन डेल्विन के रूप में हुई.

एससीएच/एएस