सपा और भाजपा की सरकारों में सबसे ज्यादा ब्राह्मणों के साथ हुई नाइंसाफी : मायावती

कन्नौज, 9 मई . बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने गुरुवार को कन्नौज में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि यूपी में सपा और भाजपा की सरकारों में सबसे ज्यादा अपर कास्ट में ब्राह्मणों के साथ नाइंसाफी हुई.

उन्होंने कहा कि बसपा ब्राह्मणों की हितैषी पार्टी है. भाजपा की सरकारों में ब्राह्मणों का शोषण बंद नहीं हुआ. चाहे कानपुर मंडल की बात की जाए या कन्नौज की बात की जाए. अभी भी शोषण हो रहा है, जो थमने का नाम नहीं ले रहा है. गलत आर्थिक नीति के चलते छोटे और मध्यम व्यापारियों को सबसे ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ा है. सपा की सरकार में प्रदेश में दलित और वंचित वर्ग से भेदभाव हुआ. सपा की सरकार ने दलित महापुरुषों के नाम से बनाए गए जिलों, संस्थानों और पार्कों का नाम बदल दिया. उन्हें अब इस वर्ग से वोट मांगने का कोई अधिकार नहीं है.

बसपा प्रमुख मायावती ने इलेक्टोरल बॉन्ड का हवाला देकर अपनी पार्टी को पाक साफ बताया. उन्होंने कहा कि बसपा कभी धन्ना सेठों से पैसे नहीं लेती, यह बात सुप्रीम कोर्ट के खुलासे से साफ हो चुका है. बसपा अपने कार्यकर्ताओं और उम्मीदवारों से मिले आर्थिक सहयोग से ही गतिविधियों को संचालित करती है. भाजपा और कांग्रेस की कथनी और करनी में फर्क है. इसलिए, यह तय हो गया है कि इस चुनाव में भाजपा केंद्र की सत्ता में आसानी से वापस नहीं होने जा रही है.

मायावती ने आगे कहा कि बसपा के नेतृत्व में सभी वर्गों का सर्वजन हिताय-सर्वजन सुखाय की तर्ज पर ध्यान दिया जाएगा. किसी का शोषण नहीं होगा. बसपा ने चार बार यूपी की सरकार में जो कल्याणकारी काम किए, उसे अब दूसरे प्रदेशों की सरकार नकल करके चला रही है. केंद्र में मौका मिला तो यूपी के उसी मॉडल की तर्ज पर केंद्र में भी सरकार चलाई जाएगी.

विकेटी/एबीएम