बरेली, 5 जुलाई . उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा और मोहर्रम को लेकर शासन प्रशासन सतर्क है. योगी सरकार ने शांति बनाए रखने और असामाजिक तत्वों से सख्ती से निपटने के निर्देश दिए हैं. इस बीच इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खान ने समाचार एजेंसी से बातचीत करते हुए मोहर्रम और कांवड़ यात्रा पर प्रतिक्रिया दी.
मौलाना तौकीर रजा खान ने कहा कि मोहर्रम और कांवड़ यात्रा पर शासनादेश का पालन किया जाना चाहिए, लेकिन एक तरफ उसका पालन हो रहा है तो दूसरी तरफ नहीं भी हो रहा है. कई जगह से मेरे पास शिकायत आई है कि लोगों पर जबरदस्ती दबाव डाला जा रहा है. उनसे जबरदस्ती दस्तखत करवाए जा रहे हैं. पुलिस का टेरर बनाया जा रहा है. यह कहा जा रहा है कि अगर दस्तखत नहीं करोगे तो क्या तुम बरेली को संभल बनाना चाहते हो?
उन्होंने कहा कि मैं यह कहना चाहता हूं कि अगर किसी पर दबाव बनाकर जबरदस्ती दस्तखत करवा लिए जाते हैं तो ऐसे अधिकारियों के खिलाफ शासन को कार्रवाई करनी चाहिए, जो कांवड़ यात्रा और मोहर्रम में नई परंपरा डालने का काम करते हैं और सरकार के आदेश की अवहेलना करते हैं और उल्लंघन करते हैं. ऐसे अधिकारियों पर कार्रवाई की जानी बेहद जरूरी है.
मौलाना तौकीर रजा खान ने कहा कि कानून किसी एक के लिए नहीं है. कानून सबके लिए बराबर है. शासनादेश आया है. नई परंपरा नहीं डालने दी जाएगी, चाहे हिंदू हो या मुसलमान. अगर नई परंपरा डालने में पुलिस का या शासन का सहयोग होता है तो ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
आपको बता दें कि 11 जुलाई से लेकर 9 अगस्त तक हिंदू श्रावण मास मनाया जाएगा. इस अवधि के दौरान कांवड़ यात्रा, श्रावणी शिवरात्रि, नाग पंचमी और रक्षा बंधन के त्योहार मनाए जाएंगे. साथ ही इस बीच मुहर्रम होने की भी उम्मीद है.
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डीकेपी/डीएससी